नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वतंत्र भारत की राजनीति के इतिहास में सबसे लंबे समय तक पद पर रहनेवाले चौथे प्रधानमंत्री बन गए हैं। वहीं अगर कांग्रेस को छोड़ दिया जाए तो वे पहले प्रधानमंत्री हैं जिनका कार्यकाल सबसे लंबा रहा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अटल बिहारी वाजपेयी के कुल 2268 दिनों के कार्यकाल को पीछे छोड़कर यह मकाम हासिल किया है। हालांकि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी तीन बार प्रधानमंत्री बने और वे कुल 2268 दिनों तक पीएम पद पर रहे। नरेंद्र मोदी का यह बतौर प्रधानमंत्री दूसरा कार्यकाल है और उन्होंने वाजपेयी जी के 2268 दिनों के कार्यकाल को पीछे छोड़ दिया है।
नरेंद्र मोदी ने 26 मई 2014 को देश के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली थी और तब से वे इस पद पर कायम हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में भी भारतीय जनता पार्टी की अगुवाई वाली एनडीए को बहुमत मिलने के बाद दूसरी बार मई 2019 में उन्होंने पीएम के रूप में अपना दूसरा कार्यकाल शुरू किया। पीएम मोदी लगातार दूसरी बार बहुमत हासिल करनवाले पहले गैर कांग्रेस प्रधानमंत्री हैं। पीएम मोदी से पहले कोई भी गैर कांग्रेसी लगातार दूसरी बार प्रधानमंत्री नहीं बन पाया था। अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल को पीछे छोड़कर एक नया रिकॉर्ड बनाया है।
गैर कांग्रेसी प्रधानमंत्रियों के कार्यकाल में नरेंद्र मोदी और अटल बिहारी वाजपेयी के बाद मोरारजी देसाई का नाम आता है। 1977 में कांग्रेस की करारी शिकस्त के बाद केंद्र में मोरारजी देसाई के नेतृत्व में जनता पार्टी की सरकार बनी थी। मोरारजी देसाई ढाई साल भी पूरा नहीं कर पाए थे कि जनता पार्टी में फूट पड़ गई और उनकी सरकार गिर गई। नरेंद्र मोदी, अटल बिहारी वाजपेयी और मोरारजी देसाई को छोड़ दें तो जितने भी गैर कांग्रेसी प्रधानमंत्री बने चाहे वो विश्वनाथ प्रताप सिंह हों, चंद्रशेखर,एचडी देवेगौड़ा या इंद्रकुमार गुजराल, कोई भी एक साल का भी कार्यकाल पूरा नहीं कर पाया।
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