मनमोहन को नड्डा का जवाब, कहा आप उसी कांग्रेस से है जिसने 43000 किमी जमीन चीन के कब्जे में सौंपी
नड्डा ने कहा कि मनमोहन सिंह उसी पार्टी से ताल्लुक रखते हैं, जिसने घुटने टेकते हुए भारत का 43000 किमी. भूभाग चीन को सौंप दिया है।
भारत चीन सीमा विवाद के बीच विपक्षी दल कांग्रेस के नेताओं द्वारा उठाए जा रहे सवालों पर भारतीय जनता पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने जोरदोर हमला बोला है। सोमवार को एक के बाद एक 7 ट्वीट करते हुए जेपी नड्डा ने पूर्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जोरदार हमला बोला। नड्डा ने कहा कि मनमोहन सिंह उसी पार्टी से ताल्लुक रखते हैं, जिसने घुटने टेकते हुए भारत का 43000 किमी. भूभाग चीन को सौंप दिया है। नड्डा ने कहा जब आपके कार्यकाल के दौरान चीन के सामने हजारों किमी. जमीन पर आत्मसमर्पण किया गया, क्या तब भी आपको इतनी ही चिंता थी?
बता दें कि आज पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने लद्दाख में चीन के साथ गतिरोध पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हालिया बयान को लेकर कहा कि मोदी को अपने बयान से चीन के षड्यंत्रकारी रुख को ताकत नहीं देनी चाहिए और राष्ट्रीय सुरक्षा एवं सामरिक हितों पर पड़ने वाले अपने शब्दों के प्रभाव को लेकर बहुत ज्यादा सावधान रहना चाहिए। मनमोहन सिंह को जवाब देते हुए नड्डा ने कहा कि मनमोहन भाजपा मनमोहन सिंह की लद्दाख पर टिप्पणी सिर्फ शब्दों का खेल है, कांग्रेस के शीर्ष नेताओं के आचरण से किसी भी भारतीय को इस तरह के बयान पर विश्वास नहीं होगा।
नड्डा ने कहा, यह वही कांग्रेस है जिसने हमेशा हमारे सशस्त्र बलों का मनोबल तोड़ा। भारत प्रधानमंत्री मोदी पर पूरी तरह से विश्वास करता है। जरूरी है कि कांग्रेस सेना का सम्मान करे। मनमोहन के कार्यकाल का जिक्र करते हुए नड्डा ने कहा कि उनके कार्यकाल मे 2010 से लेकर 2013 के बीच चीनी सेना ने 600 बार अतिक्रमण किया था। क्या उन्हें तब देश की चिंता हुई थी।
नड्डान ने मनमोहन सिंह पर आरोप लगात हुए कहा कि वे विभिन्न मुद्दों पर अपनी जानकारी और समझ को साझा कर सकते हैं। लेकिन प्रधानमंत्री पद की जिम्मेदारी के बारे वे कुछ न करें तो बेहतर है। यूपीए के कार्यकाल में प्रधानमंत्री पद और कार्यलय का सबसे ज्यादा क्षरण हुआ है। एनडीए ने सेना को सम्मान वापस दिलाया है।
उन्होंने मनमोहन सिंह और कांग्रेस को नसीहत देते हुए कहा कि वे सेना को बार बार अपमानित न करें। कांग्रेस ने एयर स्ट्राइक और सर्जिकल स्ट्राइक के दौरान भी सेना को अपमानति किया था। राष्ट्रीय एकता की मूल भावना को समझें। सुधार करने में कभी देरी नहीं होती है।