मुजफ्फरपुर शेल्टर होम रेप केस: समाज कल्याण विभाग के 5 सहायक निदेशकों को बिहार सरकार ने किया सस्पेंड
मुजफ्फरपुर शेल्टर होम में बच्चियों से रेप के मामले में बिहार की सरकार ने लापरवाही बरतने वाले अफसरों पर कार्रवाई शुरू कर दी है।
पटना: मुजफ्फरपुर शेल्टर होम में बच्चियों से रेप के मामले में बिहार की सरकार ने लापरवाही बरतने वाले अफसरों पर कार्रवाई शुरू कर दी है। मामले पर विपक्ष के जोरदार हमलों के बाद समाज कल्याण विभाग के सहायक निदेशक देवेश कुमार को निलंबित कर दिया गया है। भोजपुर, मुंगेर, अररिया, मधुबनी और भागलपुर सामाजिक कल्याण विभाग के सहायक निदेशकों को भी सस्पेंड किया गया है। आपको बता दें कि इस मुद्दे पर पूरे देश में आक्रोश का माहौल है और विपक्ष नीतीश सरकार पर लगातार हमलावर रुख अपनाए हुए है।
जंतर-मंतर से नीतीश पर विपक्ष का हमला
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मुजफ्फरपुर के बालिका गृह में बच्चियों के कथित यौन शोषण को लेकर भाजपा और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर हमला बोला और कहा कि यदि नीतीश को शर्म आ रही है तो वह दोषियों पर तुरन्त कार्रवाई करें। वहीं मंच पर मौजूद राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने मुजफ्फरपुर बलात्कार कांड की पीड़ित बच्चियों की जान को खतरा बताते हुये इस मामले की जांच उच्चतम न्यायालय की निगरानी में कराने की मांग की।
राहुल गांधी ने कहा, नीतीश को शर्म आ रही है तो कार्रवाई करें
मुजफ्फरपुर मामले को लेकर जंतर-मंतर प्रदर्शन में शामिल हुए राहुल गांधी ने कहा, ‘आज अत्यंत दुःख की घड़ी है। आज हम सिर्फ उन 40 बेटियों ही नहीं बल्कि देश की प्रत्येक महिला की सुरक्षा के लिए आए हैं।’ उन्होंने कहा कि देश के अंदर एसा माहौल बना दिया गया है कि हर वर्ग पर हमला हो रहा है, मीडिया के साथियों को भी धमकाया जा रहा है। गांधी ने बिहार के मुख्यमंत्री एक बयान का हवाला देते हुए कहा, 'अगर नीतीश कुमार को शर्म आ रही है तो दोषियों पर तत्काल कार्रवाई करें।'
तेजस्वी का भी करारा वार
बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और RJD नेता तेजस्वी यादव ने मुजफ्फरपुर बलात्कार कांड की पीड़ित बच्चियों की जान को खतरा बताते हुये इस मामले की जांच उच्चतम न्यायालय की निगरानी में कराने की मांग की है। यादव ने मुजफ्फरपुर कांड के विरोध में शनिवार को जंतर-मंतर पर विपक्षी दलों के साझा विरोध प्रदर्शन और कैंडिल मार्च में हिस्सा लेते हुए बिहार में कानून व्यवस्था की बदहाली के लिए नीतीश सरकार को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने इस जघन्य मामले की पीड़ित बच्चियों की सुरक्षा पर भी संदेह जताते हुए कहा कि पीड़ित बच्चियों को घटना के बाद कहां रखा गया है, वे किस हाल में हैं, किसी को कुछ नहीं मालूम।
आरोपी ब्रजेश ठाकुर पर शिकंजा
मुजफ्फरपुर के एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि जिलाधिकारी मोहम्मद सोहैल ने नगर थाना से जारी ब्रजेश ठाकुर के एक पिस्तौल और एक राइफल का लाइसेंस निलंबित कर दिया है। उन्होंने कहा कि 2 दिनों में इन हथियारों को जमा करने का आदेश दिया गया है।' आपको बता दें कि टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज (TISS) मुंबई की ऑडिट में ही सेवा संकल्प व विकास समिति द्वारा संचालित बालिका गृह में 34 लड़कियों से दरिंदगी की बात सामने आई थी।