नई दिल्ली: कांग्रेस के सीनियर नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा ने कहा है कि मैनिफेस्टो में शामिल कुछ मुद्दों के चलते पार्टी को लोकसभा चुनावों में नुकसान का सामना करना पड़ा। HTN तिरंगा टीवी को दिए इंटरव्यू में शर्मा ने कहा कि पार्टी के घोषणापत्र में राजद्रोह कानून को हटाने और AFSPA (आर्म्ड फोर्सेज स्पेशल पावर्स ऐक्ट) में बदलाव जैसी बातों को शामिल करने से चुनावों में नुकसान हुआ। उन्होंने कहा कि हमने कभी नहीं सोचा था कि हमारी इतनी बड़ी हार होगी।
गौरतलब है कि कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में इस बात का उल्लेख किया था कि कश्मीर में सैनिकों की तैनाती को कम किया जाएगा। शर्मा ने इस बारे में बोलते हुए कहा कि बीजेपी ने पुलवामा हमले और बालाकोट एयर स्ट्र्राइक का राजनीतिकरण करते हुए इसका इस्तेमाल अपने फायदे के लिए किया। साथ ही उन्होंने कहा कि बीजेपी ने कांग्रेस के घोषणापत्र में दिए गए संदर्भों को तोड़-मरोड़कर और गलत तरीके से प्रचारित किया। आपको बता दें कि कांग्रेस के घोषणापत्र के सामने आने के बाद बीजेपी ने कड़ा हमला किया था और इसे ‘टुकड़े-टुकड़े’ गैंग के समर्थन के तौर पर पेश किया था।
इस इंटरव्यू में शर्मा ने कहा कि हमें आत्मनिरीक्षण करते हुए ईमानदार तरीके से आगे बढ़ना होगा और यह समझना होगा कि गलती कहां हुई। हार के अन्य कारणों के बारे में बात करते हुए शर्मा ने कहा कि ‘न्याय’ योजना के बारे में देर से बात करना भी नुकसान का एक कारण रहा। शर्मा ने कहा कि यदि इसके बारे में 6 महीने पहले बात की जाती तो इसका असर पड़ सकता था, लेकिन देर से आने के कारण यह प्रधानमंत्री किसान स्कीम का मुकाबला नहीं कर पाई जिससे लोगों को पहले ही कैश मिलने लगा था। साथ ही उन्होंने कमजोर काडर और संगठन में शिथिलता को भी हार के कारणों में गिनाया।
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