श्रीनगर. पीडीपी की चीफ और जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने मंगलवार को मीडियाकर्मियों से बातचीत करते हुए कहा, "पीडीपी की हमेशा मानना रहा है कि जम्मू-कश्मीर झगड़े की वजह नहीं बल्कि अमन का पुल होना चाहिए। हमारा हमसाया मुल्क चाहे पाकिस्तान हो चाहे चीन हो। अभी चीन ने एलएसी के ऊपर वहां पर कर रहे हैं, वहां अंदर आ रहे हैं। मैं समझती हूं जो मुफ्ती साहब का ख्वाब था कि जम्मू-कश्मीर को हिंदुस्तान और हमसाया मुल्कों के बीच एक पुल बनाना होगा। मैं समझती हूं कि आखिरकार मरकजी सरकार को यही फॉर्म्यूला अपनाना होगा।"
आपको बता दें कि पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती को पिछले महीने ही 13 अक्टूबर को रिहा किया गया था। महबूबा को 14 महीनों के बाद रिहा किया गया। । पिछले साल अनुच्छेद 370 को निष्प्रभावी बनाए जाने के बाद उन्हें हिरासत में लिया गया था। महबूबा (60) को पिछले साल पांच अगस्त को पहले एहतियाती हिरासत में रखा गया था और बाद में छह फरवरी को उन पर कठोर पीएसए कानून लगा दिया गया। उन्हें सात अप्रैल को उनके सरकारी निवास में ले जाया गया जिसे प्रशासन ने पहले उप-जेल घोषित किया था।
रिहा होने के बाद बोला भाजपा पर हमला
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने रिहाई के बाद लगातार भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साध रही है। उन्होंने हाल में कहा कि भाजपा ने देश के संविधान को ‘ध्वस्त’ कर दिया है और संविधान के स्थान पर अपना घोषणापत्र थोपना चाहती है। पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा, ‘‘भाजपा देश के संविधान को बदलकर अपना घोषणापत्र थोपना चाहती है लेकिन ऐसा नहीं हो पाएगा। हिटलर जैसे कई लोग आए और चले गए । यह तानाशाही नहीं चलेगी।’’ मुफ्ती ने कहा कि भाजपा जम्मू कश्मीर के लोगों को पसंद नहीं करती और उसे केवल अपने ‘क्षेत्र’ की चिंता है।
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