सर जगदीश चन्द्र बोस और हरगोविंद खुराना से लेकर सत्येंन्द्र नाथ बोस जैसे वैज्ञानिक भारत के गौरव हैं: मन की बात में पीएम मोदी
पीएम के मन की बात में आम जनता भी अपने विचार और सुझावों को साझा करते हैं। देशभर से लोग अपने विचार को पीएम को भेजते हैं। प्रधानमंत्री लोगों से सीधी संवाद स्थापित करते हैं।
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज एक बार फिर रेडियो पर मन की बात की। यह कार्यक्रम का 41वां संस्करण था। इसका रेडियो के अलावा सभी न्यूज चैनल पर प्रसारण किया गया। रेडियो के अन्य स्टेशनों पर इसका स्थानीय भाषाओं में प्रसारण किया गया। कार्यक्रम आकाशवाणी और दूरदर्शन के समूचे नेटवर्क पर प्रसारित किया गया। प्रधानमंत्री कार्यालय, सूचना और प्रसारण मंत्रालय तथा दूरदर्शन समाचार के यू-ट्यूब चैनलों पर भी यह उपलब्ध था। इस बार पीएम मन की बात में छात्रों को आने वाली परीक्षा के लिए विशेष संदेश दे सकते हैं। दरअसल मार्च में 10वीं और 12वीं कक्षा के छात्रों की परीक्षा शुरू हैं। साथ ही पीएम मोदी होली पर्व की जनता को शुभकामनाएं दे सकते हैं।
पीएम के मन की बात में आम जनता भी अपने विचार और सुझावों को साझा करते हैं। देशभर से लोग अपने विचार को पीएम को भेजते हैं। प्रधानमंत्री लोगों से सीधी संवाद स्थापित करते हैं। गौरतलब है कि अपनी आखिरी मन की बात में पीएम ने महिलाओं के मुद्दे को उठाया था इसके साथ पीएम ने क्रिसमस और नए साल के देशवासियों को बधाई दी थी।
LIVE अपडेट्स
-ग्रामीण भारत के किसान गोबर और कचरे को सिर्फ वेस्ट के रूप में नहीं, बल्कि आय के स्रोत के रूप में देखें। गोबर धन योजना से ग्रामीण क्षेत्रों को कई लाभ मिलेंगे
-हमने यह प्रयास शुरू किया है कि संयुक्त सैन्य अभ्यास की तरह डिजास्टर मैनेजमेंट के लिए भी संयुक्त अभ्यास करें
-मैं उन सब की सराहना करना चाहता हूं, जो कहीं भी आपदा आने के बाद मिनटों में राहत और बचाव कार्य में जुट जाते हैं
-प्राकृतिक आपदाओं को अगर छोड़ दें तो ज्यादातर दुर्घटनाएं, हमारी किसी न किसी गलती का परिणाम होती हैं। अगर हम सतर्क रहें, आवश्यक नियमों का पालन करें तो अपने जीवन की रक्षा करने के साथ-साथ बड़ी दुर्घटनाओं से समाज को बचा सकते हैं
-मैंने वैज्ञानिक समुदाय से पूछा है कि दिव्यांग भाइयों और बहनों का जीवन सुगम बनाने के लिए किस तरह से आर्टिफिशल इंटेलिजेंस से मदद मिल सकती है?
-सर जगदीश चन्द्र बोस और हरगोविंद खुराना से लेकर सत्येंन्द्र नाथ बोस जैसे वैज्ञानिक भारत के गौरव हैं
-इस देश ने कई महान वैज्ञानिकों को जन्म दिया है
गौरतलब है कि अपनी आखिरी मन की बात में पीएम ने नारी शक्ति का बखान किया था। उन्होंने नारी शक्ति का अभिनंदन किया था। प्रधानमंत्री ने समाज में नारी के स्थान, योगदान और सम्मान को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा था हम आज बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की बात करते हैं लेकिन सदियों पहले हमारे शास्त्रों में नारी शक्ति को स्वीकार किया गया है और एक बेटी को दस बेटों के बराबर बताया गया है। उन्होंने लक्ष्मी, सुभाषिनी और अरविंद का भी जिक्र किया था। पीएण इस दौरान पद्म पुरस्कार में किए गए बदलावों के बारे में बताया था।