काले धन को बदलकर सफेद करने के लिए लागू हुई थी नोटबंदी: ममता बनर्जी
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को नोटबंदी को लेकर केंद्र सरकार की कड़ी निंदा की...
कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को नोटबंदी को लेकर केंद्र सरकार की कड़ी निंदा की। ममता ने नोटबंदी को दानवी कार्य बताया और सत्तारूढ़ पार्टी द्वारा निहित स्वार्थो के लिए काले धन को बदलकर सफेद करने के लिए नोटबंदी लागू करने का आरोप लगाया। ममता बनर्जी ने सोमवार को नोटबंदी के खिलाफ प्रदर्शन में अपने ट्विटर अकाउंट पर तस्वीर को बदलकर काला कर दिया। तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ने अपने पार्टी नेताओं को नोटबंदी के खिलाफ इसकी पहली वर्षगांठ पर मंगलवार को 'ब्लैक डे' मनाने का निर्देश दिया।
ममता बनर्जी ने फेसबुक पर एक पोस्ट में कहा, ‘नोटबंदी की 8 नवंबर की तारीख समीप आ रही है। नोटबंदी एक बड़ा घोटाला है। मैं फिर से कहती हूं नोटबंदी एक बड़ा घोटाला है। यदि जांच कराई जाए तो यह सिद्ध हो जाएगा।’ सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर हमला करते हुए ममता ने कहा, ‘नोटबंदी काले धन से लड़ने के लिए नहीं था। यह सत्तारूढ़ राजनीतिक पार्टी के निहित स्वार्थों के लिए सिर्फ काले धन को सफेद धन में बदलने के लिए था। उनके लिए कालाधन सफेद राशि में बदल गया और देश अंधकार में चला गया। अभी भी कोई कालाधन विदेश से नहीं लाया गया। व्यावहारिक तौर पर इससे कुछ हासिल नहीं हुआ।’
ममता ने नोटबंदी के कदम की कड़ी आलोचना करते हुए इसे एक दानवी कार्य बताया और कहा कि इससे भारतीय अर्थव्यवस्था बर्बाद हो गई है। ममता के अनुसार, ‘यह कार्य जल्दबाजी में लिया गया एक फैसला था और इसकी वजह से 75,000 उद्योगपतियों को भारत छोड़ने को बाध्य होना पड़ा। नोटबंदी न तो आतंकवाद से मुकाबला कर पाया और न ही काले धन से और न ही इससे देश के विकास में सहायता मिली। नोटबंदी के दानवी कृत्य से देश को पहले ही GDP में 3 लाख करोड़ रुपये मूल्य का नुकसान हो चुका है। असंगठित क्षेत्र में खास तौर से लाखों मजदूर अपनी नौकरियां खो चुके हैं। किसान भूखमरी के कगार पर हैं। नोटबंदी की वजह से 100 से ज्यादा लोगों की जान चली गई।’