नई दिल्ली: कोलकाता में धरना खत्म होते ही पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नया ऐलान कर दिया है। अब वो इसी मामले को लेकर विपक्ष की 23 पार्टियों के साथ दिल्ली में हल्ला बोलने वाली हैं। उन्होंने तारीखों का भी ऐलान कर दिया है। वे सुप्रीम कोर्ट के नये आदेश को भी अपने ही हक़ की जीत बता रही हैं लेकिन सुप्रीम कोर्ट का सीबीआई मामले में तगड़ा झटका भी लगा है। सुप्रीम कोर्ट के झटके के बाद ममता बनर्जी के पास इसके अलावा और कोई चारा भी नहीं था।
ममता को कोलकाता में सीबीआई के खिलाफ़ अपने धरने को करीब 48 घंटे बाद खत्म करना पड़ा लेकिन वो अब दिल्ली में अपना दम दिखाने वाली हैं। ममता दिल्ली में 14 और 15 फरवरी को मोदी सरकार के खिलाफ़ आंदोलन करेंगी। ममता बनर्जी ने कहा, ‘’हमने ये धरना सीबीआई संबंधी हालात को लेकर शुरू किया था। हमने सभी राजनीतिक दलों से बात की, उनका हमें पूरा समर्थन मिला।‘’ मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू की अपील के बाद ममता बनर्जी ने मंगलवार की शाम अपना धरना खत्म किया।
ममता बनर्जी सीबीआई की जिस ज़्यादती के खिलाफ़ सत्याग्रह पर थीं सुप्रीम कोर्ट के आदेश में उनके इस स्टैंड को झटका लगा है क्योंकि सुप्रीम कोर्ट ने कोलकाता के पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार को न सिर्फ सारदा स्कैम के केस में सीबीआई की पूछताछ में शामिल होने को कहा बल्कि जांच एजेंसी को पूरा सहयोग करने का भी निर्देश दिया है। इसके साथ ही अब पूछताछ के लिए पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार को शिलॉन्ग के सीबीआई दफ्तर में हाज़िर होना होगा।
जाहिर है अब सुप्रीम कोर्ट का चाबुक चला है तो कोलकाता के पुलिस कमिश्नर और ममता बनर्जी के चहेते आईपीएस राजीव कुमार को सीबीआई के सामने पेश होना होगा और उनके एक-एक सवाल का जवाब भी देना होगा लेकिन ममता बनर्जी भी इस मामले में आसानी से हार मानती नहीं दिख रही हैं। वो अब अपनी इस लड़ाई को दिल्ली लेकर आ रही हैं।
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