नई दिल्ली। वैसे तो जदयू और भाजपा लगातार ही आपस में किसी भी अनबन की खबर को पूरी तरह नाकार रहे हैं, लेकिन रविवार को ही ये बात सामने आई कि जदयू बिहार के बाहर एनडीए का हिस्सा नहीं होगी और अपने दम पर चार राज्यों के विधानसभा चुनाव लड़ेगी। अब पश्चिम बंगाल की की सीएम ममता बनर्जी ने जदयू के इस फैसले का स्वागत किया है। उन्होंने कहा, “मैंने नीतीश कुमार का एक बयान सुना है कि वो बिहार के बाहर एनडीए का हिस्सा नहीं होंगे। इसके लिए हम उनका धन्यवाद करते हैं।”
हाल ही में हुई प्रशांत किशोर और ममता बर्नजी की मुलाकात
हाल ही में जदयू के नेता और चुनाव रणनीतिकार ने कोलकाता में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात की थी। हालांकि उनकी तरफ से इस मुलाकात के बारे में कुछ नहीं कहा गया लेकिन कयास लगाए जा रहे हैं कि वो आने वाले पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी से जुड़ सकते हैं। इस मसले पर जदयू का कहना है कि प्रशांत किशोर के संगठन इंडियन पॉलीटिकल एक्शन कमेटी (आईपैक) से उसका कोई लेना-देना नहीं है।
जद(यू) के नेता बोले बिहार एनडीए का हिस्सा बनी रहेगी पार्टी
रविवार को आयोजित जद (यू) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद पार्टी के प्रधान महासचिव के. सी. त्यागी ने कहा कि जद (यू) का विस्तार करने और राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त पार्टी का दर्जा पाने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि हालांकि जद (यू) केंद्र में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का हिस्सा है और राजग के बैनर तले 2020 में बिहार विधानसभा चुनाव लड़ेगी।
मोदी मंत्रिमंडल में जगह ने मिलने से नाराज है जदयू!
बिहार में जदयू और भाजपा की मिलीजुली सरकार है। हाल ही में लोकसभा चुनाव भी दोनों दलों ने मिलकर लड़ा था, बावजूद इसके मोदी सरकार के मंत्रिमंडल में किसी भी जदयू सांसद को जगह नहीं मिली, इसके बाद बिहार की नीतीश सरकार में में हुए मंत्रिमंडल विस्तार में भाजपा के किसी विधायक को जगह नहीं दी गई। सूत्रों की मानें तो इसी के बाद से दोनों पार्टियों के बीच तनातनी चल रही है, लेकिन दोनों ही पार्टियों के नेता खुलकर बोलने को तैयार नहीं हैं।
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