नई दिल्ली: गुजरात चुनाव में हर रोज़ नए समीकरण बन रहे हैं। हार्दिक पटेल जहां एक तरफ भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं वहीं पाटीदार समाज के एक बड़े धड़े ने हार्दिक के ही खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। पाटीदारों की 6 संस्थाओं के लोगों ने आरोप लगाया है कि हार्दिक पटेल अपने स्वार्थ के लिए समाज के हितों को ताक पर रख रहे हैं। पटेल समाज की 6 संस्थाओं ने अपील की है कि पाटीदार हार्दिक पटेल के बहकावे में न आएं। इन लोगों ने हार्दिक पर आरोप लगाया कि वो समाज और सरकार के बीच किया गया समझौता तोड़ रहे हैं।
हार्दिक ने कांग्रेस को पहले आज तक का वक्त दिया था, अब सात नवंबर तक का वक्त दिया है। वक्त बीतता जा रहा है लेकिन हार्दिक के हाथ कुछ नहीं आ रहा। पाटीदार मुखियाओं ने यह भी आरोप लगाया है कि हार्दिक पटेल कांग्रेस का मोहरा बन चुके हैं। लिहाजा अब उनका साथ नहीं दिया जाएगा।
इस बारे में जब हार्दिक पटेल से संपर्क से किया गया तो उन्होंने कहा कि वो पूरी तरह भाजपा के खिलाफ हैं। उन्होंने कहा कि उनके सामने तीन मुद्दे हैं। शिक्षा, किसानों का कर्ज का बोझ घटाना और युवाओं को रोजगार मुहैया कराना। हार्दिक पटेल से यह पूछे जाने पर कि क्या वह 3 नवंबर को राहुल गांधी से मुलाकात करेंगे। 3 नवंबर को राहुल गांधी सूरत में हैं और यह कयास लगाया जा रहा है कि वह राहुल गांधी से मुलाकात करेंगे। लेकिन फिलहाल हार्दिक ने मना कर दिया है।
बता दें कि "पाटीदार आर्गेनाइजेशन कमिटी" में उमिया माताजी संस्थान (उंझा), खोडलधाम (कागवद, राजकोट), विश्व उमिया फाउंडेशन (अहमदाबाद), समस्त पाटीदार समाज (सूरत), उमिया माताजी मंदिर (सिदसर), सरदारधाम (अहमदाबाद) शामिल है। इन संगठनों ने कहा कि हार्दिक पटेल आरक्षण की लड़ाई से भटककर, निजी स्वार्थ पर आ गए हैं। हार्दिक पटेल आंदोलनकारियों को गुमराह न करें और राजनीतिक रोटियां न सेके। पाटीदार आर्गेनाइजेशन ने हार्दिक पटेल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और कहा कि अब वे हर गाँव में खाट परिषद् आयोजित करेंगे और समाज के लोगों को जागरूक करेंगे।
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