नई दिल्ली। कुछ ही देर बाद शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र के सीएम पद की शपथ लेंगे। उन्होंने अपने शपथग्रहण कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए सोनिया गांधी और राहुल गांधी को भी न्योता भेजा है। खुद उद्धव ठाकरे के पुत्र आदित्य ठाकरे ने सोनिया से मुलाकात कर उन्हें शपथग्रहण में आमंत्रित किया। अब सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने उद्धव ठाकरे को लिखे अलग-अलग पत्रों के जरिए शपथ समारोह में शामिल न हो पाने के लिए खेद जताया है।
सोनिय गांधी ने उद्धव ठाकरे को लिखे पत्र में कहा है कि शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस काफी असाधारण परिस्थितियों में एक साथ आए हैं, ऐसे समय में जब देश को भाजपा से अभूतपूर्व खतरों का सामना करना पड़ रहा है। मुझे खेद है कि मैं समारोह (शपथ-ग्रहण) में उपस्थित नहीं हो पाऊगीं।
राहुल गांधी द्वारा उद्धव ठाकरे को पत्र में लिखा है कि मुझे खुशी है कि महाराष्ट्र विकास अगाड़ी हमारे लोकतंत्र को कमजोर करने के भाजपा के प्रयास को विफल करने के लिए एक साथ आया है। मुझे खेद है कि मैं समारोह में उपस्थित होने में असमर्थ हूं।
महाराष्ट्र में लोकतंत्र खत्म करने की कोशिश हुई, मोदी, पीएम शाह के निर्देश पर राज्यपाल ने उठाए कदम: सोनिया (भाषा)
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने महाराष्ट्र के हालिया राजनीतिक घटनाक्रमों को लेकर बृहस्पतिवार को भाजपा पर जमकर निशाना साधा और आरोप लगाया कि राज्य में लोकतंत्र को खत्म करने का 'बेशर्मी' से प्रयास किया गया और राज्यपाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं गृहमंत्री अमित शाह के निर्देश पर काम किया।
संसद भवन परिसर में पार्टी संसदीय दल की बैठक में सोनिया ने यह भी कहा कि राज्य में शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस गठबंधन को विफल करने का हर प्रयास किया गया, लेकिन उच्चतम न्यायालय में अपील की गई और ''मोदी-शाह सरकार'' पूरी तरह बेनकाब हो गयी। उन्होंने कहा कि भाजपा के प्रयासों को विफल करने के लिए तीनों पार्टियां एकजुट हैं।
गौरतलब है कि बृहस्पतिवार शाम शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे । उनके साथ राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस के कुछ नेता भी मंत्री पद की शपथ ले सकते हैं। राज्य में तीनों पार्टियां मिलकर नयी सरकार बना रही हैं।
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