मुंबई। महाराष्ट्र में लगातार शिवसेना अगली सरकार देने का दावा कर रही है। शिवसेना दावा कर रही है कि उसके नेतृत्व में ही अगली सरकार बनेगी। इसके लिए वो लगातार एनसीपी और कांग्रेस से चर्चा भी कर रही है। इन चर्चाओं के बीच कई बार ये खबर भी सामने आई कि तीनों पार्टियों में सबकुछ तय हो चुका है, लेकिन अब कांग्रेस नेता और सूबे के पूर्व सीएम पृथ्वीराज चव्हाण के बयान ने इस बात पर संशय खड़ा कर दिया है कि क्या कांग्रेस अपनी वैचारिक विरोधी शिवसेना से हाथ मिलाएगी।
दरअसल रविवार को पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि हम यह खोजने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी एक साथ आ सकते हैं। शिवसेना और कांग्रेस के नेताओं के बीच कल एक बैठक है। हम पता लगाएंगे कि हम आगे बढ़ सकते हैं या नहीं।
दरअसल कांग्रेस को शुरू से संशय है कि वैचारिक विरोधी शिवसेना से हाथ मिलाने पर उसे पूरे भारत में मुस्लिम वोट का नुकसान हो सकता है, इसी वजह से अबतक कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व कुछ भी खुलकर बोलने को तैयार नहीं है, जबकि शिवसेना सरकार बनाने को आतुर है।
एनसीपी की तरफ से कही गई ये बात
रविवार को एनसीपी की कोर कमेटी की बैठक के बाद नवाब मलिक ने कहा कि कि हम इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन समाप्त होना चाहिए और एक वैकल्पिक सरकार का गठन किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमने तय किया है कि कांग्रेस के साथ चर्चा के बाद ही अगला फैसला लिया जाएगा। कल कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पवार साहब एक बैठक करेंगे और परसों दोनों दलों के नेताओं की बैठक होगी।
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