मुम्बई। शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस गठबंधन महाराष्ट्र में भाजपा नीत नई सरकार को विधानसभा अध्यक्ष के चुनावों में हराएगा। यह बात शनिवार की रात राकांपा ने कही और संकेत दिया कि इसके अधिकतर विधायक इसके साथ हैं। राज्य की 288 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा सरकार को साबित करना होगा कि उसके पास 145 विधायकों का समर्थन है।
राकांपा के मुख्य प्रवक्ता नवाब मलिक ने शनिवार की रात संवाददाताओं से कहा कि सरकार को बहुमत साबित करने के लिए 30 नवम्बर तक का समय दिया गया है। मलिक ने कहा, ‘‘सरकार को 30 नवम्बर तक का समय दिया गया है। हम उन्हें विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव में ही हरा देंगे। हमें विश्वास है कि शिवसेना- कांग्रेस- राकांपा सरकार बनाएगी।’’
मुंबई में राकांपा विधायकों की बैठक से बाहर निकलने के बाद उन्होंने ये बयान दिए। पार्टी विधायकों का ब्यौरा देते हुए उन्होंने कहा कि 54 में से पांच विधायक पार्टी के संपर्क में नहीं हैं जबकि छह अन्य मुंबई आ रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘शेष 43 मुंबई पहुंच चुके हैं। हमारे सभी विधायक मुंबई में एक होटल में रहेंगे।’’
बैठक के बाद राकांपा विधायकों को पोवई में एक होटल में ले जाया गया। राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने राजभवन में सुबह आठ बजे फडणवीस और अजित पवार को शपथ दिलाई। नाटकीय घटनाक्रम में मध्य रात्रि में महाराष्ट्र में 12 दिनों से चल रहे राष्ट्रपति शासन को हटा लिया गया। राकांपा ने रात में अजित पवार को विधायक दल के नेता पद से बर्खास्त कर दिया और कहा कि उनका कदम पार्टी की नीतियों के मुताबिक नहीं है। इससे पहले राकांपा प्रमुख शरद पवार ने कहा कि कांग्रेस, राकांपा और शिवसेना के पास निर्दलीय और छोटे दलों के साथ मिलकर 169 से 170 विधायकों का समर्थन है और वे सरकार बनाने के लिए तैयार हैं।
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