नई दिल्ली: शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के तौर पर आज शपथ लेंगे और इसके साथ महाराष्ट्र का सियासी इतिहास बदल जाएगा। अलग-अलग सिद्धांतों और विचाराधारा वाली तीन पार्टियां आज मिलकर सरकार बनाने जा रही हैं। शिवाजी पार्क में शपथ के लिए शानदार तैयारियां चल रही हैं। सोनियां गांधी से लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक को निमंत्रण भेजा गया है। दर्जनों बैठकों के बाद कल रात ये तय हो गया कि विधानसभा का अध्यक्ष कांग्रेस से होगा और उप मुख्यमंत्री केवल एक होगा।
तीनों दलों के दो-दो मंत्री आज शपथ लेने वाले हैं लेकिन पेंच फंसा है तो उपमुख्यमंत्री के पद पर। एनसीपी तय नहीं कर पा रही है कि वो किस चेहरे को आगे करे क्योंकि सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस अजित पवार के लिए तैयार नहीं है। गठबंधन दलों की मीटिंग में तय हो चुका है कि डिप्टी सीएम का पद एनसीपी को मिलेगा लेकिन अभी ये साफ नहीं है कि एनसीपी की तरफ से डिप्टी सीएम बनेगा कौन।
अजित पवार के नाम पर शिवसेना चुप है, तो कांग्रेस भी कुछ बोल नहीं रही है जबकि एनसीपी का कहना है कि फाइनल मुहर साहेब यानी शरद पवार लगाएंगे। विधायकों की शपथ के बाद सबसे बड़ा विवाद डिप्टी सीएम की शपथ को लेकर है। तीनों दलों की कल शाम से लेकर देर रात तक मैराथन बैठक हुई, चर्चा होती रही कि किसे कौन सा मंत्रालय मिलेगा।
तीन घंटे तक चर्चा के बाद भी यह तय नहीं हुआ कि डिप्टी सीएम के लिए उम्मीदवार कौन होगा। प्रफुल्ल पटेल और अशोक चव्हाण सिर्फ ये बता पाए कि एक ही डिप्टी सीएम होगा और वो एनसीपी का होगा। अजीत पवार ने जो किया है उस पर कांग्रेस कुछ बोल तो नहीं रही है लेकिन नहीं बोलकर भी एनसीपी को इशारों इशारों में समझा रही है।
ऐसा लग रहा है कि कांग्रेस ने तय कर लिया है कि उन्हें बोलना क्या है। किसी के बयान में उन्नीस-बीस तक का फर्क नहीं। अजीत पवार के नाम पर मुहर लगाने को फिलहाल तो कांग्रेस तैयार नहीं है। ये सब समझ रहे हैं कि डिप्टी सीएम के लिए अजीत पवार का नाम तय करने में झमेला बहुत है। इस झमेले को पवार भी समझ रहे हैं।
Latest India News