मुंबई: महाराष्ट्र के पालघर और भंडारा-गोंदिया लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र में सोमवार को होने वाले उपचुनाव के लिए सभी चारों प्रमुख राजनीतिक दलों ने कमर कस ली है जो उनके भविष्य की राजनीतिक रूपरेखा तय करेगी। इन चुनावों में केंद्र एवं राज्य सरकारों में भारतीय जनता पार्टी के सहयोगी दल शिवसेना ने भी अपना उम्मीदवार मैदान में उतार दिया है। इसके बाद से ही भाजपा और शिवसेना के नेताओं के बीच तीखी बयानबाजी देखने को मिली है। दोनों ही पार्टियों ने चुनाव प्रचार के दौरान एक-दूसरे पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं।
शिवसेना ने जहां भाजपा के दिवंगत सांसद चिंतामन वांगा के बेटे श्रीनिवास वांगा को पालघर से मैदान में उतारा है वहीं भाजपा ने हाल ही कांग्रेस छोड़ कर पार्टी में आने वाले राजेन्द्र गावित को अपना उम्मीदवार बनाया है। चुनाव प्रचार के दौरान शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने अपने गठबंधन सहयोगी भाजपा के खिलाफ कड़े हमले किए। भाजपा के वर्तमान सांसद चिंतामन वांगा के इस साल जनवरी में निधन के बाद पालघर में उपचुनाव कराया जा रहा है। भंडारा-गोंदिया से भाजपा सांसद ने संसद और पार्टी की सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया था तथा इस वर्ष की शुरूआत में कांग्रेस में शामिल हो गए थे। इस वजह से इस यह सीट रिक्त हुई थी।
भंडारा-गोंदिया सीट से 18 प्रत्याशी मैदान में हैं वहीं पालघर से सात प्रत्याशी अपना किस्मत आजमा रहे हैं। पालघर में कुल 2,097 मतदान केन्द्रों में से 14 संवेदनशील है जबकि भंडारा-गोंदिया में 113 को संवेदनशील बताया गया है। भंडारा-गोंदिया में 71 मतदान केन्द्र नक्सल प्रभावित इलाके में स्थित है। पालघर में भाजपा और शिवसेना आमने-सामने है वहीं कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के बीच उपचुनाव के लिए गठबंधन बना हुआ है। इन सीटों पर 31 मई को मतों की गिनती होगी।
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