'महा' संकट: CWC की बैठक खत्म, आज शाम फिर मिलेंगी कांग्रेस-एनसीपी, कल होगी शिवसेना से आखिरी चर्चा
महाराष्ट्र में गठबंधन सरकार को अंतिम रूप देने के लिए आज सोनिया गांधी के आवास 10 जनपथ पर कांग्रेस वर्किंग कमेटी (सीडब्ल्यूसी) की बैठक हुई।
नयी दिल्ली। महाराष्ट्र में गठबंधन सरकार को अंतिम रूप देने के लिए आज सोनिया गांधी के आवास 10 जनपथ पर कांग्रेस वर्किंग कमेटी (सीडब्ल्यूसी) की बैठक हुई। बैठक के बाद पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि इस बैठक में कांग्रेस-राकांपा की बैठक के बारे में जानकारी दी गई है और शुक्रवार तक कोई फैसला होने की उम्मीद है।सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में फैसला किया गया है कि आज शाम एक बार फिर कांग्रेस और एनसीपी के बीच बैठक होगी। जिसमें गठबंधन की रूपरेखा तैयार की जाएगी। वहीं शुक्रवार को शिवसेना के साथ चर्चा होगी जिसमें सरकार के गठन पर अंतिम रूप दिया जाएगा। प्राप्त जानकारी के अनुसार सीडब्ल्यूसी की बैठक में संसद में चुनावी बॉन्ड के मुद्दे पर सरकार को घेरने की रणनीति तथा कुछ अन्य मुद्दों पर चर्चा भी की गई।
दरअसल, कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के वरिष्ठ नेताओं की मैराथन बैठक और सोनिया गांधी से हरी झंडी मिलने के बाद दोनों पार्टियों ने बुधवार को ऐलान किया कि वह जल्द ही राज्य में शिवसेना के साथ मिलकर नयी सरकार का गठन करेगी। दोनों पार्टियों के नेता बृहस्पतिवार शाम फिर बैठक करने वाले हैं। गत 24 अक्टूबर को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद से सरकार गठन को लेकर लगातार असमंजस की स्थिति बनी हुई थी। चुनाव में भाजपा-शिवसेना गठबंधन को बहुमत मिला था, लेकिन ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री पद पर शिवसेना के दावे के बाद दोनों के रास्ते अलग हो गए।
इस बीच शिवसेना के सांसद संजय राउत ने एक बार फिर प्रेसकॉन्फ्रेंस कर शिवसेना का मुख्यमंत्री बनने की बात दोहराई। उन्होंने कहा कि जनता यही चाहती है कि पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे ही राज्य के मुख्यमंत्री बनें। उन्होंने दावा किया कि 1 दिसंबर से पहले सरकार गठन को लेकर सभी बाधाएं खत्म कर दी जाएंगी। राउत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस और एनसीपी के साथ बातचीत अंतिम दौर पर है। दिल्ली में बैठकें चल रही हैं। अब मुंबई में तीनों पार्टियों के बीच बैठक होंगी। इस मौके पर राउत ने सरकार गठन में हुई देरी के लिए भाजपा को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि भाजपा ने करीब 10 दिन बरबाद कर दिए। फिर हमसे पूछा गया और फिर राष्ट्रपति शासन लगा दिया गया।