नयी दिल्ली: कांग्रेस ने अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की कथित आत्महत्या के मामले को लेकर बुधवार को उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार पर निशाना साधा और कहा कि अगर भगवा पहनने वाले साधु भी सुरक्षित नहीं हैं तो फिर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सत्ता में बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने सवाल किया कि भाजपा सरकार इस मामले पर पर्दा डालने के लिए व्याकुल नजर क्यों आ रही है?
सुरजेवाला ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘जिस तरह से रहस्यमय परिस्थिति में महंत जी की मृत्यु हुई, इसमें से एक षड़यंत्र की बू आती है। ये मैं नहीं कह रहा, वेदांती जी, जो भाजपा के भी सांसद रहे हैं, उन्होंने ये कहा कि ये आत्महत्या नहीं, हत्या है।’’ उन्होंने सवाल किया, ‘‘क्या उत्तर प्रदेश के सारे संत और महंत साधु अपने आप को असुरक्षित नहीं महसूस कर रहे हैं? क्या ये हत्या है या आत्महत्या, इस षड़यंत्र की जांच नहीं होनी चाहिए? क्या मुख्यमंत्री आदित्यनाथ जी बताएंगे कि महंत जी ने आदित्यनाथ सरकार से और अखाड़ा परिषद की ओर से कोई पत्राचार किया था?’’
कांग्रेस महासचिव ने यह पूछा, ‘‘क्या किसी ने महंत जी की गाड़ी को टक्कर मारकर उन्हें शारीरिक तौर से नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया था? क्या ये सारे तथ्य एक आदरणीय महंत और संत की मृत्यु को संदेह के घेरे में नहीं ला देते? भाजपा की सरकार इस पूरे मामले पर पर्दा डालने के लिए व्याकुल क्यों है?’’
उन्होंने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री आदित्यनाथ और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह जी को इन सवालों के जवाब देने चाहिए। अगर भगवा पहनने वाले साधु सुरक्षित नहीं, तो फिर आदित्यनाथ जी को सत्ता में बने रहने का अधिकार नहीं।’’
बिहार के उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद के करीबी रिश्तेदारों को करोड़ों रुपये का ठेका दिये जाने के आरोपों पर सुरजेवाला ने कहा कि प्रसाद को अपने पद पर बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि इस मामले पर प्रधानमंत्री मोदी, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और भाजपा के शीर्ष नेतृत्व को चुप्पी तोड़नी चाहिए।
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