भोपाल। मध्य प्रदेश में चुनाव नतीजों के बाद से ही भाजपा और कांग्रेस के बीच संग्राम देखने को मिल रहा है। बीते सत्र में अपनी ही पार्टी भाजपा के खिलाफ क्रॉस वोटिंग करने वाले भाजपा विधायक नारायण प्रसाद त्रिपाठी की एकबार फिर भगवा खेमे में वापसी हुई है।
जुलाई महीने में नारायण प्रसाद ने न सिर्फ एक बिल को लेकर कांग्रेस का समर्थन किया था बल्कि सीएम कमलनाथ की मौजूदगी में पूर्व सीएम शिवराज पर गंभीर आरोप लगाए थे। क्रॉस वोटिंग में नारायण प्रसाद के साथ दूसरे भाजपा विधायक शरद कॉल भी शामिल थे। इन दोनों विधायकों ने विधानसभा में कहा था कि वह कमलनाथ सरकार को समर्थन दे रहे हैं।
लेकिन अचानक बदले घटनाक्रम में आज नारायण प्रसाद त्रिपाठी पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा के साथ भाजपा कार्यालय पहुंचे, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह से बंद कमरे में मुलाकात की और पत्रकारों से रूबरू होते हुए उन्होंने कहा कि मैंने कभी कांग्रेस का समर्थन नहीं किया और न ही भाजपा छोड़कर कभी गए थे। उन्होंने सिर्फ बिल का समर्थन किया था।
वही भाजपा के दल बदलू विधायक की भाजपा में दोबारा आमद की पर प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने कहा, “कांग्रेस को चेतावनी देता हूँ कि सत्ता को आगे बढ़ाने में इतने आगे ना चले जाएं कि उसका खामियाजा उन्हें बाद में भुगतना पड़े।”
गौरतलब है बीजेपी विधायक के कांग्रेस को समर्थन देने के बाद एमपी कांग्रेस ने बकायदा ट्वीट कर जताया था की विधायक कांग्रेस की रीति नीति से प्रभावित होकर कांग्रेस के साथ आए हैं।
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