भोपाल: राजगढ़ की घटना को लेकर जिले की दो महिला प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने की मांग को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अगुवाई में भाजपा नेता बुधवार को वहां पहुंचे। यहां पत्रकारों से बातचीत के दौरान सिंह ने कहा, ''हम किसी को छेड़ते नहीं हैं लेकिन कोई छेड़े तो हम छोड़ते नहीं है। आगे उन्होंने कहा, ''मैडम, आपको किसने अधिकार दिया था, प्रशासनिक अधिकारी आप हैं, क्या आपको संविधान अधिकार देता है कि जब चाहें किसी को भी थप्पड़ जड़ दें? क्या कानून आपको इसकी इजाजत देता है?''
उन्होंने कहा, ''रवि के गाल पर थप्पड़ सरकार के कफन में आखिरी कील साबित होगा। क्या संविधान आज्ञा देता है किसी को भी मार दो। इतने सालों में हमने ऐसा कलेक्टर नहीं देखा। मैं वीडियो देखकर हैरान रह गया। उन्होंने कहा, पीट-पीटकर ही नेता बनते है। हमने भी लट्ठ खाए हैं। हम दुबले पतले जरूर हैं लेकिन लड़ने में तेज है।'' मुख्यमंत्री कमलनाथ पर हमला बोलते हुए पूर्व सीएम ने कहा, ''लोकतंत्र का सम्मान करो नहीं तो जो अहंकार दिखा रहे हो उसे मिट्टी में पीस कर मिला देंगे। कमलनाथ तुम्हारी पाप की लंका को जलाकर राख कर देंगे।''
गौरतलब है कि राजगढ़ की जिलाधिकारी निधि निवेदिता एवं उप जिलाधिकारी प्रिया वर्मा ने जिले के ब्यावरा में रविवार को सीएए के समर्थन में धारा 144 के बाद भी रैली निकालने वाले भाजपा कार्यकर्ताओं को कथित रूप से चांटे मारे थे। इस घटना का एक वीडियो भी सोशल मीडिया में वायरल हुआ था। प्रदेश भाजपा के मीडिया प्रभारी लोकेन्द्र पाराशर ने मंगलवार को कहा था, ‘‘पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राकेश सिंह और प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव सहित भाजपा नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल जिला कलेक्टर और अतिरिक्त कलेक्टर के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने बुधवार 22 जनवरी को राजगढ़ जाएगा।”
पाराशर ने आरोप लगाया था कि इन दो महिला प्रशासनिक अधिकारियों ने तिरंगा लेकर शांतिपूर्वक तरीके से विरोध कर रहे नागरिकों को पीटा। दूसरी प्रदेश कांग्रेस ने कहा कि भाजपा को महिला अधिकारियों के साथ दुर्व्यवहार करने के लिये माफी मांगनी चाहिए।
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