नई दिल्ली: मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार पर सियासी संकट के बीच कांग्रेस अपने विधायकों को जयपुर ले जा रही है। राज्य की कमलनाथ सरकार पर संकट बना हुआ है, क्योंकि 22 विधायक अपने पदों से इस्तीफा दे चुके हैं, वहीं कांग्रेस के अन्य विधायक भी भाजपा के संपर्क में है। बिसाहू लाल सिंह ऐसे विधायक है जो पद से इस्तीफा देने के बाद भाजपा में शामिल हो चुके हैं। इस्तीफा देने वाले विधायकों में से 19 विधायक बेंगलुरु में हैं।
कांग्रेस पर संकट और न बढ़े इसलिए कांग्रेस के 90 और निर्दलीय चार विधायकों को जयपुर ले जाया जा रहा है। मुख्यमंत्री कमल नाथ के निर्देश पर कांग्रेस और निर्दलीय विधायक आज सुबह मुख्यमंत्री आवास पर पहुंचे जहां उन्होंने नाश्ता किया और उसके बाद जयपुर के लिए रवाना हो गए। जिस विमान से विधायकों को जयपुर ले जाया जा रहा है, वह विमान हवाई अड्डे पर पहुंच चुका है। विधायक आरिफ मसूद ने संवाददाताओं से चर्चा करते हुए स्वीकारा कि विधायकों को जयपुर भेजा जा रहा है।
इससे पहले भाजपा अपने 100 से अधिक विधायकों को गुरुग्राम ले जा चुकी है। मंगलवार की रात को विशेष विमान से विधायकों को भोपाल से दिल्ली ले जाया गया था। ज्ञात हो कि मंगलवार की रात को मुख्यमंत्री आवास पर मुख्यमंत्री कमलनाथ की मौजूदगी में विधायकों की बैठक हुई थी। इस बैठक में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के प्रतिनिधि के तौर पर राष्ट्रीय सचिव सुधांशु त्रिपाठी भी मौजूद थे। बैठक में कुल 94 विधायक पहुंचे थे।
पूर्व मंत्री ज्येातिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है, वहीं उनके समर्थक विधायक इस्तीफा दे चुके हैं और कई विधायक अब भी भाजपा के संपर्क में है। 19 विधायक बेंगलुरु में हैं, तीन अन्य विधायकों ने भी बाद में इस्तीफा दे दिया है। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस भी भाजपा के असंतुष्ट विधायकों पर नजर रखे हुए है। दोनों ही दलों में अपने विधायकों को एक जुट रखना इस समय सबसे बड़ी चुनौती है, यही कारण है कि विधायकों को भोपाल से बाहर ले जाया जा रहा है।
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