मध्य प्रदेश में पुलिस के खोजी कुत्तों के तबादलों पर भाजपा ने सरकार पर साधा निशाना
शुक्रवार को मध्यप्रदेश पुलिस की 23 बटालियन के कमांडेंट द्वारा जारी एक आदेश में पुलिस के 46 कुत्ते और उनके हैंडलर्स का तबादला कर दिया गया।
भोपाल। मध्यप्रदेश की कांग्रेस सरकार द्वारा पुलिस के खोजी कुत्तों और उनके हैंडलर्स के बड़े पैमाने पर किये गये स्थानांतरणों की विपक्षी दल भाजपा ने आलोचना करते हुए इसको लेकर सरकार पर निशाना साधा है।
शुक्रवार को मध्यप्रदेश पुलिस की 23 बटालियन के कमांडेंट द्वारा जारी एक आदेश में पुलिस के 46 कुत्ते और उनके हैंडलर्स का तबादला कर दिया गया। इस आदेश में छिंदवाड़ा से मुख्यमंत्री कमलनाथ के घर पर तैनात "डफी" नामक खोजी कुत्ते का स्थानांतरण भी किया गया है। इसके अलावा "रेणु" और "सिकंदर" नाम के दो अन्य कुत्तों को भी क्रमश: सतना और होशंगाबाद से भोपाल स्थित मुख्यमंत्री निवास स्थानांतरित किया गया है।
पुलिस के इन खोजी कुत्तों के तबादला आदेश की सूची सामने आने के बाद भाजपा नेताओं ने सोशल मीडिया पर तीखी टिप्पणी शुरू कर दी। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राकेश सिंह ने ट्वीट किया, ‘‘अधिकारियों से अपेक्षाओं की पूर्ति न होना, तबादलों का ये आधार समझ में आता है। पर बेज़ुबानों से कौन सी अपेक्षाओं की पूर्ति होनी थी, जो ‘डॉग्स’ व ‘डॉग्स स्क्वाड’ का भी पांच-पांच सौ किमी दूर तबादला कर दिया। मप्र सरकार का तबादले के अलावा प्रदेश के हित के किसी भी अन्य विषय पर ‘फोकस’ नहीं है।’’
प्रदेश भाजपा उपाध्याक्ष विजेश लुनावत ने इस पर ट्वीट किया,‘‘वाह री कमलनाथ सरकार तबादला उद्योग में कुत्तों को भी नही छोड़ा। मध्यप्रदेश में डॉग स्क्वाड के ट्रांसफर।’’
भाजपा विधायक और प्रदेश भाजपा के उपाध्यक्ष रामेश्वर शर्मा ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘कांग्रेस चमत्कारिक दल है, ज़मीन आसमान का भी ट्रान्सफ़र कराने का दम रखती है।’’
शर्मा ने पीटीआई से कहा, “कांग्रेस चमत्कार कर सकती है। इसने कुत्तों का भी तबादला कर दिया। कमलनाथ सरकार ने छह महीने में लगभग 50,000 अधिकारियों और कर्मचारियों का स्थानांतरण किया। कुछ अधिकारियों को इस अवधि में 3-4 बार स्थानांतरित किया गया। प्रदेश में तबादला उद्योग फल-फूल रहा है और सरकारी कार्यालयों में पद बेचे जा रहे हैं।”
कई अन्य भाजपा नेताओं ने भी सोशल मीडिया पर कांग्रेस पर इस आदेश को लेकर निशाना साधा। प्रदेश कांग्रेस मीडिया सेल के उपाध्यक्ष अभय दुबे ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ‘‘मध्यप्रदेश में सत्ता जाने के बाद भाजपा में इनती निराशा व्याप्त है कि वह पुलिस के डॉग्स पर भी राजनीति करने पर आमादा हैं। पुलिस विभाग में जो डॉग्स के हैडलर्स होते हैं, उनका स्थानांतरण होता है और वे डॉग (कुत्ते) के साथ जीवन पर्यन्त रहते हैं। अपराध के अनुसंधान में जब डॉग का उपयोग किया जाता है तो हैंडलर्स जो डॉग के साथ रहता है वह उसकी भाषा एवं संकेतों को समझा पाता है और एक ही हैंडलर एक डॉग के साथ धुला मिला रहता है। भाजपा से अपेक्षा है कि वह रचनात्मक प्रतिपक्ष की भूमिका निभाये। निराशा में तथ्यहीन विषयों को मुद्दा बनाकर राजनीति करना बंद करे।’’