लखनऊ: 3 दिवसीय दौरे पर अमित शाह, सपा के दो और बसपा के एक एमएलसी का इस्तीफा
इनके भाजपा में जाने से ये सीटें खाली हो जाएंगी, लिहाजा भाजपा आसानी ने अपने चेहरों को एमएलसी बना सकेगी। इस कड़ी में सपा और बसपा के इन नेताओं का इस्तीफा एमएलसी चुनावों के लिहाज से भाजपा के लिए फायदे का सौदा हो सकता है। उल्लेखनीय है कि सूबे की सत्ता
लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के तीन दिवसीय उत्तर प्रदेश दौरे के बीच लखनऊ में सियासी हलचलें तेज हो गई हैं। इधर अमित शाह लखनऊ पहुंचे, उधर समाजवादी पार्टी के दो और बसपा के एक एमएलसी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। खास बात यह है कि इनमें मुस्लिम शिया समुदाय के जाने माने नेता बुक्कल नवाब भी शामिल हैं। बताया जा रहा है कि ये सभी नेता भाजपा का दामन थाम सकते हैं। माना जा रहा है कि इन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा और केशव प्रसाद मौर्य के लिए अपनी सीट छोड़ी है। ये भी पढ़ें: दलालों के चक्कर में न पड़ें 60 रुपए में बन जाता है ड्राइविंग लाइसेंस
इनके भाजपा में जाने से ये सीटें खाली हो जाएंगी, लिहाजा भाजपा आसानी ने अपने चेहरों को एमएलसी बना सकेगी। इस कड़ी में सपा और बसपा के इन नेताओं का इस्तीफा एमएलसी चुनावों के लिहाज से भाजपा के लिए फायदे का सौदा हो सकता है। उल्लेखनीय है कि सूबे की सत्ता में आए भाजपा को चार महीने हो चुके हैं और अगले दो महीनों के भीतर उसको अपने मंत्रियों को किसी सदन का सदस्य बनाना जरूरी है।
उधर अमित शाह का हवाईअड्डे पर कार्यकर्ताओं ने भव्य स्वागत किया। शाह इस दौरान 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारियों का खाका खींचेंगे। वह साथ ही संगठन के लोगों के संग मंत्रियों, मुख्यमंत्री के अलावा संघ परिवार के संगठनों से भी बातचीत करेंगे। उनका राजधानी के प्रबुद्घ जनों से भी मुलाकात का कार्यक्रम है। तीन दिन के प्रवास में वह कुछ मतदान केंद्रों पर भी जाएंगे। वह किसी दलित के यहां भोजन भी कर सकते हैं। संघ परिवार के संगठनों के साथ भी उनकी समन्वय बैठक होगी।
पार्टी के एक पदाधिकारी ने बताया कि देश के अलग-अलग राज्यों के 92 दिन के प्रवास पर निकले शाह अलग-अलग राज्यों में तीन-तीन दिन रुककर सभी स्तर के कार्यकर्ताओं से संवाद कर रहे हैं। इस दौरान वह संगठनात्मक ढांचे को समझने के अलावा, अगर वहां उनकी पार्टी की सरकार है तो उसके कामकाज की समीक्षा भी कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि शाह यह समझने का प्रयास करते हैं कि 2019 के चुनाव के मद्देनजर कहां-कहां किस तरह के सुधार की जरूरत है। इसी क्रम में उनका राजधानी दौरा प्रदेश में लोकसभा और विधानसभा चुनाव में मिली एकतरफा जीत के माहौल को बरकरार रखने की कोशिश है। शाह प्रदेश सरकार के मंत्रियों से भी बात करेंगे। कुछ मंत्रियों को लेकर कार्यकर्ताओं, विधायकों और सांसदों की तरफ से मिली शिकायतों पर भी संबंधित लोगों से बातचीत कर निर्देश देंगे।
मुख्यमंत्री से मुलाकात का भी उनका कार्यक्रम है। संगठन के पदाधिकारियों के साथ बैठक में वह जमीनी स्तर पर पार्टी के कामकाज की भी समीक्षा करेंगे। शाह की कोर कमेटी के साथ भी बैठक होगी। इसमें पूर्व प्रदेश अध्यक्षों सहित पार्टी के कुछ अन्य महत्वपूर्ण नेता शामिल होंगे। उनके अलावा कलराज मिश्र, पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री डॉ. अनिल जैन के भी इसमें भाग लेने की संभावना है।
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