नई दिल्ली: बजट सत्र के दूसरे चरण के दूसरे दिन मंगलवार को विपक्ष ने दिल्ली हिंसा के मुद्दे पर हंगामा किया, जिसके बाद लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी। उन्होंने इससे पहले विपक्ष के हंगामे के बीच कहा कि सदन में बैनर और तख्तियां लाने की अनुमति नहीं है। वहीं राज्यसभा की कार्यवाही भी बाधित रही और कांग्रेस सहित विभिन्न दलों के सदस्यों के हंगामे के कारण उच्च सदन की बैठक शुरू होने के महज कुछ मिनट के अंदर ही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी।
सुबह, बैठक शुरू होने पर सभापति एम वेंकैया नायडू ने जरूरी दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाना शुरू किया। इस क्रम में तीसरा नाम वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर का था। ठाकुर जैसे ही दस्तावेज सदन के पटल पर रखने के लिए खड़े हुए, कांग्रेस सहित सहित विभिन्न विपक्षी दलों के सदस्यों ने ठाकुर के खिलाफ कुछ टिप्पणी शुरू कर दी। इस पर केंद्रीय मंत्रियों पीयूष गोयल, प्रकाश जावड़ेकर सहित भाजपा के कुछ सदस्यों ने आपत्ति की लेकिन विपक्षी सदस्यों का शोर जारी रहा।
सभापति नायडू ने हंगामा कर रहे सदस्यों से शांत होने और सदन चलने देने की अपील की। लेकिन अपनी अपील का कोई असर नहीं होते देख उन्होंने 11 बजकर करीब पांच मिनट पर बैठक दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
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