मिदनापुर: लोकसभा चुनाव से पहले ही पश्चिम बंगाल के रण में जंग जैसे हालात बन गए हैं। सियासी संग्राम में अब हिंसा और आगजनी भी होने लगी है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पूर्वी मिदनापुर में अमित शाह की रैली के दौरान तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने जमकर तांडव किया। बताया जा रहा है कि मौके पर मौजूद पुलिस भी हाथ पर हाथ धरे बैठी रही। इस घटना के बाद भारतीय जनता पार्टी ने भी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को ओपन चैलेंज दिया है। पार्टी के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को यह हमला महंगा पड़ेगा।
आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल के पूर्वी मिदनापुर में जब मंच से ममता पर अमित शाह गरज रहे थे, ठीक उसी वक्त टीएमसी कार्यकर्ताओं ने हंगामा शुरू कर दिया। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने बीच सड़क पर आगजनी की और कई बाइक्स फूंक दीं। टीएमसी कार्यकर्ताओं का आतंक ऐसा था कि लोग तमाशबीन बने देखते रहे और गाड़ियां जलती रहीं। इस दौरान कई कारों, बसों और अन्य गाड़ियों पर हमला हुआ। रिपोर्ट्स के मुताबिक, टीएमसी कार्यकर्ताओं ने हर उस गाड़ी को निशाना बनाया जिस पर बीजेपी का बैनर-पोस्टर या झंडा लगा था।
बताया जा रहा है कि उपद्रवियों ने महिलाओं को भी नहीं बख्शा। बीजेपी का दावा है कि 300 से ज्यादा गाड़ियों में तोड़फोड़ हुई। अमित शाह की रैली के वक्त हुए हमले को लेकर बंगाल से दिल्ली तक हड़कंप मच गया। सरकार की तरफ से खुद गृहमंत्री राजनाथ सिंह हरकत में आए और उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से बात कर हिंसा पर चिंता जताई। साथ ही सिंह ने ममता से उपद्रवियों पर तुरंत कार्रवाई करने को कहा। वहीं, बीजेपी ने भी तगड़ा पलटवार करते हुए बंगाल की सरकार को तालिबानी और ममता को तालिबानी दीदी तक बता दिया।
हमले के बाद बीजेपी ने तृणमूल कांग्रेस और ममता बनर्जी पर जमकर निशाना साधा। पार्टी के प्रवक्ता संबित पात्रा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पश्चिम बंगाल सरकार पर हमला बोलते हुए कहा, 'जिस तरह से पथराव किया गया, बसों में तोड़फोड़ की गई, उनमें आग लगाई गई, उसे देखकर पश्चिम बंगाल के हालात के बारे में अंदाजा लगाया जा सकता है। यही ममता बनर्जी का असली चेहरा है।'
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