पीएनबी और अन्य मुद्दों को लेकर लोकसभा में भारी हंगामा, कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित
संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार ने कहा कि सरकार बैंकिंग क्षेत्र से जुड़ी गड़बड़ियों पर चर्चा के लिए तैयार है, लेकिन कांग्रेस चर्चा से भाग रही है। संप्रग सरकार के समय बैंकिंग क्षेत्र में गड़बड़ियां हुई हैं और इन पर चर्चा होनी चाहिए।
नयी दिल्ली: पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) धोखाधड़ी मामले, कावेरी मुद्दे, आंध्र प्रदेश पुनर्गठन अधिनियम को पूरी तरह लागू करने की मांग तथा कुछ अन्य मुद्दों को लेकर आज लोकसभा में कांग्रेस एवं कुछ अन्य दलों के सदस्यों ने भारी हंगामा किया जिससे सदन की कार्यवाही एक बार के स्थगन के बाद दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई। बजट सत्र के दूसरे दौर के दूसरे दिन निचले सदन की कार्यवाही शुरू होने पर भी कल की तरह ही कांग्रेस और कई अन्य विपक्षी दलों ने हंगामा किया। लोकसभा की कार्यवाही आज जब एक बार के स्थगन के बाद दोपहर 12 बजे शुरू हुई तो स्थिति ज्यों की त्यों बनी रही।
पीएनबी धोखाधड़ी मामले को लेकर कांग्रेस के गौरव गोगोई और सुष्मिता देव सहित कई सदस्य अध्यक्ष के आसन निकट पहुंचकर नारेबाजी करने लगे । कांग्रेस सदस्य हाथों में तख्तियां लिये हुए थे और ‘नीरव मोदी कहां है, प्रधानमंत्री जवाब दो’ के नारे लगा रहे थे। इसके साथ ही अन्नाद्रमुक सदस्य कावेरी मुद्दे को उठा रहे थे जबकि तेलगू देशम पार्टी के सदस्य आंध्रप्रदेश पुनर्गठन अधिनियम के प्रावधानों को पूरी तरह से लागू करने की मांग कर रहे थे । अन्नाद्रमुक एवं तेलगू देशम पार्टी के सदस्य भी हाथों में तख्तियां लिये हुए थे। तृणमूल सदस्यों को अपनी बात उठाते देखा गया लेकिन हंगामे में उनकी बात नहीं सुनी जा सकी।
संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार ने कहा कि सरकार बैंकिंग क्षेत्र से जुड़ी गड़बड़ियों पर चर्चा के लिए तैयार है, लेकिन कांग्रेस चर्चा से भाग रही है। संप्रग सरकार के समय बैंकिंग क्षेत्र में गड़बड़ियां हुई हैं और इन पर चर्चा होनी चाहिए। सदन में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि वोटिंग के प्रावधान वाले नियम के तहत चर्चा होनी चाहिए। खड़गे ने कहा कि जो लोग ‘न खाऊंगा, न खाने दूंगा’ की बात करते थे और उनके समय ये गड़बड़ियां हुई हैं। सदन और देश इस पर जवाब मांग रहा है।
अनंत कुमार ने कहा कि खड़गे वोटिंग के प्रावधान वाले नियम के तहत चर्चा की मांग कर रहे हैं, लेकिन कांग्रेस सदस्य केसी वेणुगोपाल ने जो नोटिस दिया है उसमें बिना वोटिंग के प्रावधान वाले नियम के तहत चर्चा की मांग की गई है। हंगमा थमता नहीं देख लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने सदन की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी। इससे पहले आज कार्यवाही शुरू होने पर कांग्रेस सहित विपक्षी दलों ने पीएनबी सहित कुछ अन्य मुद्दों को उठाया और आसन के समीप नारेबाजी की। इसके कारण कार्यवाही शुरू होने के कुछ मिनटों बाद दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ी थी।
आंध्र प्रदेश पुनर्गठन अधिनियम को पूरी तरह लागू करने और विशेष पैकेज की मांग को लेकर तेलगू देशम पार्टी :तेदेपा: के सदस्य भी नारेबाजी करते हुए अध्यक्ष के आसन के निकट पहुंच गए। उनके हाथों में तख्तियां थीं और वे ‘वी वांट जस्टिस’ के नारे लगा रहे थे। अन्नाद्रमुक के सदस्यों ने कावेरी जल प्रबंधन बोर्ड के गठन की मांग को लेकर हंगामा किया और आसन के समीप जाकर नारेबाजी की। तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के सदस्यों ने भी राज्य में आरक्षण कोटे में बढ़ोतरी के मुद्दे पर अपनी मांग को लेकर लोकसभा अध्यक्ष के आसन के निकट पहुंचकर नारेबाजी की। शिवसेना के सदस्यों ने भी मराठी को शास्त्रीय भाषा का दर्जा दिए जाने की मांग की। इन्हीं मुद्दों को लेकर कल भी सदन की कार्यवाही बाधित हुई थी और पूरे दिन के लिए कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी थी।