नई दिल्ली: भाजपा ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर तीखा हमला किया है। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता और सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने कांग्रेस नेता पर आरोप लगाया है कि 'सहज प्रवृत्ति और फितरत के हिसाब से ही बिना अध्ययन किए हुए और बगैर विषयों की जानकारी लिए हुए प्रेस के सम्मुख आने की उनकी पुरानी आदत है।' उन्होंने कहा कि शुक्रवार को राहुल गांधी ने जो प्रेस के सामने बयान दिया उसी हिसाब से दिया। सुधांशु त्रिवेदी ने कहा, "कांग्रेस के अर्धशतक के निकट पहुंच रहे चिरजीवी युवा नेता को परिपक्व और थोड़ा व्यवहारिक हो जाना चाहिए, क्योंकि कोरोना संकट भारत का ही नहीं, बल्कि मनुष्य जाति के ज्ञात इतिहास का सबसे व्यापक और विराट संकट है। इसके लिए व्यापक और विराट सोच की आवश्यकता है, जो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रदर्शित की है।"
उन्होंने कहा कि जहां तक कांग्रेस द्वारा पारदर्शिता के संदर्भ में उठाया गया सवाल है, तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी विपक्ष के सभी नेताओं और सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ निरंतर संवाद में हैं। प्रधानमंत्री जी ने हर क्षेत्र के लोगों के साथ संवाद और विचार-विमर्श किया है।
प्रधानमंत्री जी ने स्वास्थ्य जगत के विशेषज्ञों, मीडिया कर्मियों, खिलाड़ियों, धार्मिक नेताओं और उद्योग जगत की हस्तियों, सबके साथ गहन विचार-विमर्श किया है। सभी विभागों में बेहतरीन समन्वय से काम हो रहा है, इसका उदाहरण यह है कि लॉकडाउन की जब शुरूआत हुई तो केंद्र सरकार की घोषणा से पहले ही चार राज्यों पंजाब, महाराष्ट्र, ओडिशा और तेलंगाना की सरकारों ने इसकी घोषणा कर दी थी जो सभी विपक्षी दलों द्वारा शासित हैं।
राहुल गांधी द्वारा प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण के बारे में सवाल उठाने पर भाजपा प्रवक्ता ने कहा, "सरकार इस पर बेहतरीन तरीके से काम कर रही है। इसका अभिजीत बनर्जी जी ने भी स्वागत किया है। प्रवासी मजदूरों की समस्या पर बात करते हुए भी अभिजीत बनर्जी जी ने स्वयं कहा कि इसमें मुख्य रूप से राज्य सरकारों का दायित्व बनता है।"
उन्होंने कहा कि जहा तक गरीबों और जरूरतमंदों के लिए पैकेज की बात है ,तो राहुल गांधी जिस पैकेज की चर्चा आज कर रहे हैं, उससे कहीं अधिक 1.70 लाख करोड़ रुपये का पैकेज प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत काफी पहले ही आवंटित की जा चुकी है, जिसके तहत अब तक 39 करोड़ से अधिक लोगों को लगभग 35 हजार करोड़ रुपये का लाभ पहुंचाया जा चुका है। जिन लोगों के पास राशन कार्ड नहीं भी हैं, उन्हें भी खाद्यान्न देना सुनिश्चित किया जा रहा है।
उन्होंने कहा, "राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी बिना अध्ययन किये हुए और बिना तथ्य के बयान देने के लिए ही जानी जाती है। हम विपक्ष के किसी भी सुझाव का स्वागत करते हैं लेकिन वह रचनात्मक, सार्थक और तथ्यात्मक होना चाहिए।"
Latest India News