नई दिल्ली: महाराष्ट्र के पालघर में दो साधुओं सहित तीन लोगों को पीट-पीट कर मारने के मामले में सिसायत तेज हो गई है। उद्धव सरकार को घेरते हुए महाराष्ट्र के पूर्व सीएम और बीजेपी नेता देवेन्द्र फडणवीस ने आरोप लगाया कि इस मामले में पुलिस पर दबाव डाला जा रहा है इसलिए वारदात की पूरी जांच की जानी चाहिए। वहीं बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि आज तक सारे लिबरल्स पूरी तरह से ख़ामोश हैं, कोई लोकतंत्र या संबिधान की दुहाई नहीं दे रहा।
संबित पात्रा ने ट्वीट किया, ''महाराष्ट्र के पालघर में 2 संत और उनके ड्राइवर को बड़े ही बेरहमी से लिंचिंग कर मौत के घाट उतार दिया गया। ये घटना गुरुवार की है। आज तक सारे liberals पूरी तरह से ख़ामोश हैं। कोई लोकतंत्र या संबिधान की दुहाई नहीं दे रहा। देंगे भी क्यों..ये तो संतो की मृत्यु हुई है, कौन पूछता है संतो को??''
पालघर मामले पर लिबरल्स पूरी तरह ख़ामोश हैं, कोई लोकतंत्र या संविधान की दुहाई नहीं दे रहा: संबित पात्रा
बता दें कि पालघर में दो साधु और एक ड्राईवर को बीते गुरुवार की देर रात करीब 200 लोगों ने मॉब लिंचिंग कर दी। पुलिस ने इस घटना पर बीते शुक्रवार को बताया कि तीन दिन में यह दूसरी ऐसी घटना है। पुलिस के मुताबिक, मॉब ने इको वैन में बैठे दोनों साधु और उनके ड्राईवर को चोर समझकर उनकी मॉब लिंचिंग कर दी।
कासा पुलिस थाने के असिस्टेंट पुलिस इंस्पेक्टर आनंदराव काले ने कहा कि वैन नासिक से आ रही थी जब गुस्साई भीड़ ने दधाडी-खानवेल रोड पर गधचिंचाले गांव के नजदीक रोका। मॉब ने पहले वैन रोककर सवाल पूछे और उसके बाद खींचकर उनकी पिटाई शुरू कर दी। मृतक की पहचान सुशील गिरी महाराज (35), चिकने महाराज कल्पवरुक्षगिरी और ड्राईवर नीलेश तेलगाडे के तौर पर हुई है।
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