पटना: बिहार में भारतीय जनता पार्टी के साथ मिलकर सरकार चला रहे नीतीश कुमार ने एक बड़ा बयान दिया है। नीतीश ने कहा है कि गठबंधन की बात छोड़ दीजिए, काम देखिए। पटना में एक कार्यक्रम के दौरान नीतीश ने थ्री सी का फॉर्मूला देते हुए कहा कि हमारी सरकार क्राइम, करप्शन और कम्युनलिज्म से समझौता नहीं करेगी। नीतीश ने कहा कि बहुत लोगों को अलायंस-वलायंस पर परेशानी होने लगती है, उसको छोड़ दीजिए। उनके इस बयान को भाजपा के लिए इशारा माना जा रहा है।
नीतीश ने 3C फॉर्मूले पर कहा, 'काम करते जाइए, काम की प्रतिबद्धता है और हम काम करते रहेंगे। हम कभी भी क्राइम (अपराध), करप्शन (भ्रष्टाचार) और कम्युनलिजम (सांप्रदायिकता) से समझौता नहीं करेंगे। बहुत लोगों को अलायंस-वलायंस पर परेशानी होने लगती है। उसको छोड़िए। काम के अजेंडे को देखिए। हम न्याय के साथ विकास को लेकर आगे बढ़ रहे हैं। हम लोगों की सेवा में लगे रहते हैं। अलायंस की बात छोड़िए, काम की बात कीजिए।'
आपको बता दें कि इससे पहले भाजपा के साथ जनता दल युनाइटेड गठबंधन को लेकर छोटे और बड़े भाई की चर्चा छिड़ी थी तब जदयू के कई नेताओं ने कहा था कि नीतीश के नेतृत्व में ही बिहार में चुनाव लड़ा जाएगा। वहीं, भाजपा की तरफ से भी कहा गया कि नीतीश ही बिहार में बड़े भाई हैं। दरअसल, राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में जदयू के आ जाने के बाद 2019 के लोकसभा चुनावों के लिए सीटों को लेकर पेच फंसता दिख रहा है। बिहार में लोकसभा की 40 सीटें हैं जिनमें से 2009 में जदयू ने 25 और बीजेपी ने 15 सीटों पर चुनाव लड़ा था।
वहीं, 2014 के चुनावों में जदयू NDA से अलग हो गया था और भाजपा ने राज्य की 22 सीटों पर जीत दर्ज की थी। अब पेच यह फंस रहा है कि यदि भाजपा नीतीश की पार्टी के लिए 25 सीटें छोड़ देती है तो बाकी की 15 सीटों में वह खुद को, उपेंद्र कुशवाहा और रामविलास पासवान की पार्टी को कितनी सीटें दे पाएगी।
Latest India News