नई दिल्ली. केंद्र सरकार द्वारा लाए गए कृषि कानून के विरोध में चल रहे किसान आंदोलन को लेकर अब सियासत और तेज हो चली है। आज दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल सिंघु बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन में पहुंचेंगे। बताया जा रहा है कि इस दौरान केजरीवाल के साथ उनकी सरकार के मंत्री भी होंगे और वो मौके पर किसानों के लिए दिल्ली सरकार द्वारा की गई व्यवस्था का निरीक्षण करेंगे। आम आदमी पार्टी पहले ही किसानों के आंदोलन का समर्थन कर चुकी है और किसान संगठनों द्वारा बुलाए गए भारत बंद के समर्थन का ऐलान भी कर चुकी है। रविवार को आम आदमी पार्टी के नेता केजरीवाल सरकार में मंत्री गोपाल राय ने भारत बंद के समर्थन करने का ऐलान किया था।
गोपाल राय ने कहा कि हमने सुना था कि कोर्ट में तारीख पर तारीख पड़ती है,समाधान नहीं आता।पहली बार देख रहे हैं कि किसान ठंड से ठिठुर रहे और सरकार वार्ता के नाम पर केवल टालमटोल कर रही है। किसान मांग कर रहे हैं कि कृषि कानूनों को वापस लिया जाए तो सरकार जबरदस्ती उसके फायदे गिना रही है। उन्होंने कहा कि 8 दिसंबर को किसानों ने भारत बंद का आह्वान किया है। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सभी AAP पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से भारत बंद का समर्थन करने का आह्वान किया है।
कांग्रेस ने भी किया किसानों के भारत बंद का समर्थन
रविवार को कांग्रेस पार्टी ने किसान संघों द्वारा आठ दिसंबर को आहूत ‘भारत बंद’ के प्रति पूरा समर्थन जताया और घोषणा की कि इस दिन वह किसानों की मांगों के समर्थन में सभी जिला एवं राज्य मुख्यालयों में प्रदर्शन करेगी। कांग्रेस मुख्यालय में पार्टी प्रवक्ता पवन खेड़ा ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘मैं यहां घोषणा करना चाहता हूं कि कांग्रेस आठ दिसंबर को होने वाले भारत बंद को पूरा समर्थन देती है।’’ उन्होंने कहा कि पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ट्रैक्टर रैलियों, हस्ताक्षर अभियानों और किसान रैलियों के जरिए किसानों के पक्ष में पार्टी की आवाज बुलंद कर रहे हैं।
वोट लिया है तो किसानों की बात भी सुने भाजपा: अखिलेश
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा के शासन में आम नागरिकों के अधिकार छीने जाने का आरोप लगाते हुए रविवार को कहा कि भाजपा ने गरीब किसानों का वोट लिया है तो नए कृषि कानूनों को लेकर उनकी बात भी सुने। उन्होंने कहा ''आज जो माहौल है उसमें नागरिकों के अधिकार छीने जा रहे हैं। अन्नदाता के साथ खिलवाड़ हो रहा है। ठंड के दिनों में भी किसान दिल्ली सीमा पर जमे हैं। गरीबों-किसानों का भाजपा ने वोट लिया है तो वह उनकी बात भी सुने। लेकिन विडम्बना है कि भाजपा तो उद्योगपतियों को ही मौका देना चाहती है।''
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