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केरल: पुलिसिया अत्याचार का आरोप लगाते हुए विपक्ष ने सरकार पर बोला हमला

यातायात नियमनों और विभिन्न स्थानों पर हेलमेट नियमों को सख्ती से लागू करने के नाम पर पुलिस उत्पीड़न की हाल में हुई कई घटनाओं की ओर इशारा करते हुए विपक्षी सदस्यों ने कहा कि...

Kerala opposition slams Pinarayi Vijayan government over unruly police | PTI Photo- India TV Hindi Kerala opposition slams Pinarayi Vijayan government over unruly police | PTI Photo

तिरुवनंतपुरम: विपक्षी कांग्रेस के नेतृत्व वाली UDF ने पुलिस पर अत्याचार और मनमानी करने और राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति चरमराने का आरोप लगाते हुए सोमवार को केरल विधानसभा से बहिर्गमन किया। यातायात नियमनों और विभिन्न स्थानों पर हेलमेट नियमों को सख्ती से लागू करने के नाम पर पुलिस उत्पीड़न की हाल में हुई कई घटनाओं की ओर इशारा करते हुए विपक्षी सदस्यों ने कहा कि मार्क्सवादी कम्युनिष्ट पार्टी के नेतृत्व वाली LDF सरकार ने पुलिस बल पर से नियंत्रण खो दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि साल 2016 में वाम सरकार के सत्ता में आने के बाद से राज्य में हिरासत में मौत की 5 घटनाएं हुई हैं और महिलाओं और बच्चों पर अत्याचार की घटनाएं बढ़ रही हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि कन्नूर में युवा कांग्रेस कार्यकर्ता शुहैब की हत्या के आरोपियों समेत अन्य की राज्य की जेलों में ‘VIP खातिरदारी’ हो रही है। 

बहरहाल, विधि मंत्री ए. के. बालन ने कहा कि सरकार ने शिकायत मिलने के बाद ही गलती करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की। उन्होंने कहा, ‘‘केरल पुलिस की दक्षता को विभिन्न एजेंसियों ने माना है। हालांकि, कुछेक घटनाएं हुईं हैं जिनमें कुछ पुलिसकर्मियों ने सरकार की भावनाओं के खिलाफ कार्रवाई की।’ मंत्री ने कहा कि निलंबन के अलावा पुलिसकर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी ताकि सुनिश्चित किया जा सके कि इस तरह की घटनाएं फिर से नहीं हों। प्रस्ताव पर नोटिस देते हुए कांग्रेस के तिरुवंचूर राधाकृष्णन ने कहा कि सरकार और CM ने पुलिस पर से नियंत्रण खो दिया है। CM के पास गृह विभाग का भी प्रभार है। उन्होंने कहा कि राज्य में पुलिस का अत्याचार और मनमानी बढ़ रही है।

राधाकृष्णन ने कहा, ‘मजबूत सरकारी तंत्र का अभाव हाल में हुई इन सारी घटनाओं और घटनाक्रमों का कारण है। राज्य में थाना हत्या की जगह बन गए हैं।’ राधाकृष्णन राज्य की पिछली UDF सरकार में गृह मंत्री थे। विधानसभा में विपक्ष के नेता रमेश चेन्नीतला ने कहा कि राज्य में रविवार को एक दिन में उत्पीड़न की अलग-अलग घटनाओं में 5 पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया। उन्होंने कहा कि सरकार सजा को सिर्फ निलंबन या सघन प्रशिक्षण तक सीमित करने का प्रयास कर रही है और इस संबंध में कोई कारगर कदम नहीं उठाया गया है। विपक्ष ने बाद में बहिर्गमन किया क्योंकि विधानसभा उपाध्यक्ष वी. शशि ने प्रस्ताव को नामंजूर कर दिया और दिन के अन्य कामकाज को शुरू कर दिया।

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