तिरुवनंतपुरम: केरल में तीन चरणों में होने वाले स्थानीय निकाय चुनावों के लिए पहले चरण का मतदान मंगलवार को होगा। राज्य के पांच दक्षिणी जिलों में होने वाले पहले चरण के चुनाव में 24,584 उम्मीदवारों का भविष्य तय होना है। तिरुवनंतपुरम, कोल्लम, पठानमथिट्टा, अलाप्पुझा और इडुक्की जिले में पहले चरण का मतदान सुबह सात बजे शुरू होगा और शाम छह बजे तक चलेगा। प्रमुख प्रतियोगियों में तीन प्रमुख राजनीतिक मोचरें के उम्मीदवार शामिल हैं, जिनमें मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के नेतृत्व वाला वाम दल, कांग्रेस के नेतृत्व वाला यूडीएफ और भाजपा के नेतृत्व वाला राजग शामिल है।
हैदराबाद नगर निगम चुनाव में अच्छे प्रदर्शन के बाद अब भाजपा ने दूसरे दक्षिणी राज्य केरल में भी अपना वोट शेयर बढ़ाने पर फोकस किया है। केरल में इसी हफ्ते चुनाव होने हैं। हालांकि हैदराबाद से अलग केरल में भाजपा के बड़े चेहरों ने चुनाव प्रचार नहीं किया। दरअसल भाजपा को यहां बड़ी संख्या में सीटें जीतने की उम्मीदें कम ही हैं।
राज्य में 2015 के स्थानीय निकाय चुनावों में वाम दलों ने लगभग 60 प्रतिशत सीटें जीती थीं। उस चुनाव में कांग्रेस के नेतृत्व वाला गठबंधन और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले गठबंधन का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा था। हालांकि भाजपा को इस चुनाव से काफी उम्मीदें हैं।
पांच जिलों में कुल 11,225 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। इस दौरान कुल मतदाताओं में 41,58,341 पुरुष, 46,68,209 महिलाएं और 70 ट्रांसजेंडर शामिल हैं। चुनाव प्रक्रिया 56,122 अधिकारियों द्वारा संचालित की जाएगी। सोमवार सुबह कर्मचारियों ने मतदान सामग्री एकत्र करना शुरू किया और दोपहर तक वे मतदान केंद्रों पर पहुंच जाएंगे।
बता दें कि दूसरे चरण के लिए 10 दिसंबर को मतदान होगा, जबकि तीसरे चरण के लिए 14 दिसंबर को मतदान होना है। तीन चरणों की वोटिंग के बाद मतों की गिनती 16 दिसंबर को होगी, जिसके बाद चुनाव परिणाम घोषित किया जाएगा। बता दें कि हैदराबाद में अपने पैर पसारने के बाद अब बीजेपी की नजर केरल में है। भले ही स्थानीय निकाय चुनाव में बीजेपी को कम आस हो लेकिन उसकी नजर राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव पर है।
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