नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल के लिए कल का दिन बेहद खराब रहा। भारतीय उद्योग संघ की बैठक में शामिल होने पहुंचे केजरीवाल पर संवाददाताओं ने पार्टी में चल रहे घमासान पर सवालों की झड़ी लगा दी। इन सवालों से बचने के लिए केजरीवाल ने चुप्पी का सहारा लिया।
उधर उनके पुराने साथी योगेंद्र यादव ने भी उन पर हमला किया। केजरीवाल की मुश्किल तब और बढ़ गई जब उनके पक्के समर्थक ने उनसे वो कार वापस मांग ली जिसे उसने चंदे में दिया था।
विपक्षी पार्टियों और उनके नेताओं पर बेबाकी से इल्जाम लगाने वाले अरविंद केजरीवाल ने खुद की पार्टी पर लगे आरोपों पर चुप्पी साध ली है। जब केजरीवाल CII के सामने अपनी सरकार का ब्लू प्रिंट पेश कर रहे थे तब उनसे पार्टी के अंदर चल रहे घमासान के बारे में पूछा गया तो कुछ भी बोलने से साफ मना कर दिया।
जब उनसे ये पूछा कि आप ऐसे व्यक्ति नहीं रहे हैं जो सवालों से भागता हो, तब केजरीवाल ने कहा, “मैं सवालों से भाग नहीं रहा हूं..आप दिल्ली के गवर्नेंस की बात करें, लोग यही चाहते हैं, चलो गवर्नेंस की बात करते हैं। “
केजरीवाल- वो कोई सवाल पूछना चाहती हैं
केजरीवाल पर प्रश्नबाण होते रहे लेकिन वो इस जिद पर थे कि उनको कोई भी जवाब नहीं देना है।
जहां मंगलवार को केजरीवाल पर चारो तरफ से सवालों के हमले हो रहे थे वहीं उनके एक पक्के समर्थक ने भी उनको मुश्किल में डाल दिया। केजरीवाल के समर्थक कुंदन शर्मा ने उनसे अपनी वैगन आर कार वापस मांग ली।
दिल्ली चुनाव में प्रचंड बहुमत के साथ केजरीवाल ने सरकार बनाई लेकिन चंद दिनों के भीतर ही उनके सहयोगी धीरे-धीरे उनका साथ छोड़ने लगे हैं। उनके साथी उनसे सवाल-जवाब करने लगे हैं लेकिन केजरीवाल ने जवाब देने के बजाय चुप्पी साध ली है।
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