नई दिल्ली: भाजपा की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष मनोज तिवारी ने आज कहा कि उपराज्यपाल कार्यालय में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनके कैबिनेट सहकर्मियों का धरना ‘‘लोकतंत्र का मजाक’’ है। केजरीवाल और उनकी कैबिनेट के मंत्रियों ने कल उपराज्यपाल अनिल बैजल के कार्यालय में रात बिताई। उनकी मांग है कि बैजल आईएएस अधिकारियों को अपनी ‘‘हड़ताल’’ खत्म करने के निर्देश दें और ‘‘चार महीने’’ से उनके काम में रोड़े अटकाने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करें।
मुख्यमंत्री केजरीवाल, उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, श्रम मंत्री गोपाल राय और स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कल शाम 5:30 बजे बैजल से मुलाकात की और उसके बाद से वे वहां जमे हुए हैं। जिस पर मनोज तिवारी ने ट्वीट किया, ‘‘लोकतंत्र का मजाक बना रहे हैं। काम कुछ नहीं, सिर्फ ड्रामा।’’
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजेंदर गुप्ता ने विधानसभा में कहा कि केजरीवाल का धरना ‘‘काम से बचने’’ का तरीका है। गुप्ता ने ट्विटर पर लिखा, ‘‘एयरकंडीशन्ड धरने पर पैर फैलाकर पसरे हुए हैं दिल्ली के मालिक अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया, सत्येंद्र जैन और गोपाल राय। स्वादिष्ट व्यंजन बाहर से परोसे जा रहे हैं और दिल्ली की जनता पानी के लिए त्राहि-त्राहि कर रही है। काम से बचने का एक नया तरीका।’’
आप के कई विधायक, नेता और कार्यकर्ता भी उपराज्यपाल दफ्तर के पास डेरा डाले हुए हैं और पुलिस ने इलाके की घेराबंदी कर दी है। उप-राज्यपाल कार्यालय ने केजरीवाल के धरने की आलोचना करते हुए कहा कि यह ‘‘बगैर किसी वजह के धरना’’ की कड़ी में एक और प्रदर्शन है।
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