प्रयागराज: उत्तर प्रदेश की नैनी जेल में कश्मीर के एक राजनीतिक कैदी की मौत हो गई है। अधिकारियों ने कहा कि हिरासत में लिए गए व्यक्ति की शनिवार को जेल में मौत हो गई। जम्मू एवं कश्मीर के प्रतिबंधित संगठन जमात-ए-इस्लामी के सदस्य गुलाम मोहम्मद भट पर जुलाई में जन सुरक्षा कानून (PSA) अंतर्गत मामला दर्ज किया गया था। 60 साल से ज्यादा आयु के भट के पारिवारिक सदस्यों के अनुसार, उन्हें शुक्रवार शाम बताया गया कि भट की तबीयत ठीक नहीं है।
अधिकारियों ने कहा कि प्रतिबंधित जमात-ए-इस्लामी के सक्रिय सदस्य भट पर लगा पीएसए अगले साल 9 जनवरी को खत्म होना था। भट के बेटे हनीफ मोहम्मद ने कहा, ‘शनिवार सुबह, मुझे उत्तर प्रदेश भेजा गया। शाम को मेरे नैनी जेल पहुंचने पर मुझे बताया गया कि मेरे पिता की मौत हो गई।’ हनीफ को उनके पिता का शव ले जाने की अनुमति दे दी गई और रविवार शाम हंदवाड़ा के कुलनगाम गांव में भट का अंतिम संस्कार किया गया। हनीफ ने कहा कि उन्हें कुछ दिनों पहले बताया गया था कि उनके पिता की तबियत ठीक नहीं है।
उन्होंने कहा, ‘मैंने पुलिस से उन्हें वापस ले जाने के लिए कहा और बताया कि परिवार वहां उनकी बेहतर देखभाल करेगा, लेकिन हमारी किसी ने नहीं सुनी। हमें मौत का कारण नहीं पता। जेल के अधिकारियों ने कहा कि उन्हें लिवर में परेशानी थी।’ पीएसए के तहत हिरासत में लिये गए लगभग 300 राजनीतिक नेताओं को 5 अगस्त के बाद कश्मीर घाटी से बाहर उत्तर प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान की जेलों में बंद कर दिया गया। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला पर भी पीएसए लगाया गया है, जो लोकसभा के मौजूदा सदस्य हैं।
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