कर्नाटक संकट LIVE: कांग्रेस के 'संकटमोचक' डीके शिवकुमार पुलिस हिरासत में, सियासी ड्रामा तेज
कर्नाटक के सियासी उठापटक के बीच कांग्रेस ने अपने बागी विधायकों को मनाने के लिए पूरा जोर लगा दिया है।
मुंबई: कर्नाटक के सियासी उठापटक के बीच कांग्रेस ने अपने बागी विधायकों को मनाने के लिए पूरा जोर लगा दिया है। इसी कड़ी में पार्टी के 'संकटमोचक' डीके शिवकुमार मुंबई के उस होटल पहुंच गए जहां पर बागी विधायक ठहरे हुए हैं। शिवकुमार के साथ जनता दल (सेक्युलर) के विधायक शिवलिंगे गौड़ा और कुछ अन्य कांग्रेस नेता भी मौजूद थे। हालांकि बागियों को मनाने पहुंचे इन नेताओं को उस समय निराशा हाथ लगी जब पुलिस ने उन्हें होटल के बाहर रोक दिया। कांग्रेस नेता शिवकुमार से लगातार कहते रहे कि होटल में उनका कमरा बुक है, लेकिन पुलिस ने उन्हें अंदर नहीं जाने दिया।
इससे पहले कांग्रेस और JDS नेताओं के आने की खबर पाकर इन बागी विधायकों ने मुंबई पुलिस कमिश्नर को चिट्ठी लिखकर खुद की सुरक्षा को खतरा बताया था। इसके बाद विधायकों की अपील पर कार्रवाई करते हुए मुंबई पुलिस ने होटल के बाहर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी। कांग्रेस और जद(एस) के कर्नाटक के दस बागी विधायकों ने बुधवार को सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया और आरोप लगाया कि विधानसभा अध्यक्ष जानबूझकर उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं कर रहे हैं। जानें, कर्नाटक के सियासी ड्रामे से जुड़े अपडेट्स के बारे में:
Live updates : Karnataka crisis Live
- July 10, 2019 2:56 PM (IST)
बागी कांग्रेस विधायकों द्वारा दाखिल याचिका की सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट में कांग्रेस का पक्ष अभिषेक मनु सिंघवी रखेंगे।
- July 10, 2019 2:55 PM (IST)
गुलाम नबी आजाद सहित कांग्रेस नेताओं को बेंगलुरु में राजभवन के पास विरोध प्रदर्शन करने के दौरान हिरासत में लिया गया।
- July 10, 2019 2:55 PM (IST)
होटल में रुके हुए कांग्रेस-जेडीएस के बागी विधायकों से मिलने से मना करने के बाद होटल के बाहर बैठे कर्नाटक के मंत्री डीके शिवकुमार को मुंबई पुलिस ने हिरासत में लिया। आपको बता दें कि इलाके में धारा 144 लगाई गई है।
- July 10, 2019 2:54 PM (IST)
कर्नाटक के राज्यपाल से मिलने के बाद बीजेपी नेता बीएस येदियुरप्पा ने कहा- मैंने राज्यपाल से स्पीकर को यह अवगत कराने का अनुरोध किया कि उन्हें तुरंत आवश्यक कार्रवाई करनी चाहिए। कुमारस्वामी को मुख्यमंत्री के रूप में बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है क्योंकि उनके पास संख्याबल नहीं है।