कमलनाथ तो परदेशी हैं, उपचुनाव के बाद दिल्ली जाकर बैठ जाएंगें: शिवराज सिंह चौहान
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर निशाना साधते हुए कहा कि वह तो परदेशी हैं प्रदेश में उपचुनाव के बाद दिल्ली में जाकर बैठ जाएंगें।
ग्वालियर: ग्वालियर में शनिवार को भारतीय जनता पार्टी (BJP) की मध्यप्रदेश इकाई द्वारा शनिवार को तीन दिवसीय सदस्यता अभियान की शुरू किए जाने के बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर निशाना साधते हुए कहा कि वह तो परदेशी हैं प्रदेश में उपचुनाव के बाद दिल्ली में जाकर बैठ जाएंगें। भाजपा के तीन दिवसीय सदस्यता अभियान के तहत केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर, भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया और प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष वीडी शर्मा भी यहां मौजूद थे।
भाजपा का दावा है कि तीन दिवसीय इस अभियान में ग्वालियर-चंबल क्षेत्र के बड़ी तादाद में काग्रेस कार्यकर्ता और स्थानीय पदाधिकारी भाजपा में शामिल हो रहे हैं। शहर के फूलबाग में कार्यक्रम में चौहान ने कहा, ‘‘ 2018 के विधानसभा चुनाव में वोट सिंधिया के नाम पर मिले थे, लेकिन मुख्यमंत्री की कुर्सी पर कमलनाथ बैठ गए। कमलनाथ कहां के हैं, वे तो परदेशी हैं और उपचुनाव के बाद वे दिल्ली में जाकर बैठ जाएंगे।’’
चौहान ने कहा, ‘‘अपने कार्यकाल में कमलनाथ विकास की बजाय केवल धन की कमी का रोना रोते रहे। जब ज्योतिरादित्य सिंधिया ने जनता के काम नहीं करने पर सड़क पर उतरने की बात कही तो उन्होंने (कमलनाथ) कहा कि उतर जाओ, लेकिन सिंधिया ने उन्हे ही पैदल करके सड़क पर उतार दिया।’’ चौहान ने कहा, ‘‘15 महीने के दौरान कमलनाथ कभी भी वे ग्वालियर-चंबल में नहीं आए। केवल उद्योगपति और ठेकेदार ही उनसे मिलते थे। उनके समय में वल्लभ भवन दलालों का अड्डा बन गया था।’’
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सिंधिया ने कांग्रेस और खासतौर से कमलनाथ के ऊपर हमला करते हुए कहा कि प्रदेश में उनकी सरकार के समय भ्रष्टाचार ही शिष्टाचार बन गया था तथा मंत्रियों और विधायकों की बजाय कमलनाथ वल्लभ भवन में केवल उद्योगपतियों और व्यापारियों की बात ही सुनते थे। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कमलनाथ पर आरोप लगाया कि उन्होंने 2018 में धन की बदौलत गांधी परिवार से मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री का पद हथिया लिया था, जबकि जनादेश ज्योतिरादित्य सिंधिया के नेतृत्व में मिला था। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भाजपा के सदस्यता अभियान का विरोध किया।
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि भाजपा ने भीड़ लगाकर कोविड-19 के दिशा निर्देशों का उल्लंघन किया है। पुलिस ने सदस्यता अभियान का विरोध करने वाले सैकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया। ग्वालियर और चंबल संभाग के लिये कांग्रेस के मीडिया प्रभारी के के मिश्रा ने कहा कि राज्य सरकार ने कोविड-19 महामारी का हवाला देते हुए गणेश उत्सव के सार्वजनिक कार्यक्रमों पर प्रतिबंध लगा दिया जबकि इसके विपरीत भाजपा भीड़ को जमा कर बड़ा पंडाल लगा कर विशाल मंच के साथ यह कार्यक्रम कर रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ता गाँधीवादी तरीके से शांतिपूर्ण विरोध कर रहे थे। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने कार्यकर्ताओं पर बल प्रयोग किया और उन्हें गिरफ्तार किया।