नयी दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष की कमान संभालने के सात महीने बाद राहुल गांधी ने मंगलवार को पार्टी की कार्य समिति का गठन किया जिसमें अनुभवी और युवा नेताओं का समावेश करने की कोशिश की गई, लेकिन कई ऐसे नामों को जगह नहीं मिली जो कुछ अरसा पहले तक पार्टी के दिग्गजों में शुमार किये जाते थे। पार्टी के संगठन महासचिव अशोक गहलोत की ओर से जारी बयान के मुताबिक सीडब्ल्यूसी में 23 सदस्य, 18 स्थायी आमंत्रित सदस्य और 10 विशेष आमंत्रित सदस्य शामिल किए गए हैं।
राहुल गांधी के नेतृत्व वाली कार्य समिति में कई ऐसे नेताओं को जगह नहीं मिली है जो सोनिया गांधी के अध्यक्ष रहते हुए कार्य समिति के प्रमुख सदस्य हुआ करते हैं। जनार्दन द्विवेदी, दिग्विजय सिंह, कर्ण सिंह, मोहसिना किदवई, कमल नाथ,ऑस्कर फर्नांडीस, मधुसूदन मिस्त्री, मोहन प्रकाश और सीपी जोशी वो नाम हैं जिनको नयी कार्य समिति में जगह नहीं मिली है।
सोनिया गांधी के नेतृत्व वाली कांग्रेस में द्विवेदी संगठन महासचिव की भूमिका होते थे। इसी तरह दिग्विजय सिंह, मिस्त्री और प्रकाश की भी अहम भूमिका थी। पार्टी सूत्रों की मानें तो राहुल गांधी ने पुरानी और नयी पीढ़ी के नेताओं को साथ लेकर कार्य समिति में संतुलन बनाने की कोशिश की है।
इसी साल मार्च में हुए कांग्रेस महाधिवेशन में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर नयी कार्य समिति के गठन के लिए राहुल गांधी को अधिकृत किया गया था। गौरतलब है कि पिछले साल दिसंबर में गुजरात विधानसभा चुनाव के समय राहुल गांधी कांग्रेस के अध्यक्ष चुने गए थे।
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