ज्योतिरादित्य सिंधिया का बड़ा बयान- बोले कांग्रेस में काबिल लोगों के लिए कोई जगह नहीं
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मीडिया से बातचीत में कहा कि मध्यप्रदेश में जनता का मोह कांग्रेस से भंग हो गया है क्योंकि जब ये सत्ता में थे तो यहां व्यापार और भ्रष्टाचार की सरकार चला रहे थे।
भोपाल. राजस्थान में सियासी घमासान चल रहा है। अशोक गहलोत सरकार में से ज्योतिरादित्य सिंधिया को बाहर निकाल दिया गया है। इस बारे में जब भाजपा के राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, "मैंने ये पहले भी कहा है, आज भी कहूंगा कि कांग्रेस में जो वर्तमान परिस्थितियां हैं, उसमें काबिल लोगों के लिए कोई जगह नहीं है। यही एक-एक राज्य में देखने को मिल रहा है।"
उमा भारती से मिलने गए थे सिंधिया
सिंधिया मंगलवार को भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष उमा भारती से मिलने उनके निवास पर गए थे। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मीडिया से बातचीत में कहा कि मध्यप्रदेश में जनता का मोह कांग्रेस से भंग हो गया है क्योंकि जब ये सत्ता में थे तो यहां व्यापार और भ्रष्टाचार की सरकार चला रहे थे।
उन्होंने कमलनाथ सरकार पर प्रहार करते हुए कहा, ‘‘जब ये (कांग्रेस) मध्यप्रदेश की सत्ता में थे। 15 महीने तब भ्रष्टाचार की सरकार चल रही थी, वल्लभ भवन में (मंत्रालय भवन) और इसलिये मैं 90 दिन तक चुप रहा क्योंकि पूरा विश्व और प्रदेश कोरोना की महामारी के प्रकोप में चल रहा था और कमलनाथ जी और दिग्विजय सिंह राजनीतिक रोटी सेंक रहे थे। एक जनसेवा का कार्य नहीं हुआ। 15 महीने जो इन्होंने किया वहीं कोरोना में भी किया और आज इनको जवाब देने के लिये मैं मैदान में आ गया हूं।’’
'उमा भारती जी से है पारिवारिक संबंध'
उमा भारती से मुलाकात पर सिंधिया ने कहा कि वह उनसे मिलने और उनका आर्शीवाद लेने के लिये आये हैं। उन्होंने कहा, ‘‘श्रद्धेय उमा भारती जी के साथ मेरा एक पारिवारिक संबंध सदैव रहा है। उनका आर्शीवाद मुझे प्राप्त हुआ है, मैं सौभाग्यशाली हूं।’’
पत्रकारों से बात करते हुए उमा भारती ने कहा, ‘‘जब मैं आठ साल की थी, तब से मुझे अम्मा जी (विजयाराजे सिंधिया:, ज्योतिरादित्य सिंधिया की दादी) का स्नेह मिला है। मैं ज्योतिरादित्य को तब से जाना है जब वह एक बालक थे।’’
उमा भारती ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को आर्शीवाद देते हुए कहा, ‘‘मेरा प्रबल आर्शीवाद उनके साथ है। वह सारे प्रदेश और देश में जगमगायेंगे। उनका नाम ही ज्योतिरादित्य है।’’
मालूम हो कि मार्च में कांग्रेस के 22 विधायकों के राज्य विधानसभा से त्यागपत्र देने से कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस नीत सरकार 15 महीने में ही गिर गयी थी और चौहान के नेतृत्व में प्रदेश में भाजपा सरकार बनी है। वे रिकॉर्ड चौथी बार प्रदेश के मुखिया बने हैं। कांग्रेस के अधिकांश बागी विधायक, जिन्होंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था, भाजपा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक माने जाते हैं।
With input from Bhasha