बेंगलुरु: जनता दल (सेकुलर) के कर्नाटक प्रमुख एच के कुमारस्वामी ने बुधवार को कहा कि दो विधानसभा सीटों के लिए हुए उपचुनाव के वास्ते पार्टी को और संगठित किया जा सकता था। इस उपचुनाव में पार्टी ने निराशाजनक प्रदर्शन किया है। क्षेत्रीय पार्टी सिरा और राजराजेश्वरी (आआर) नगर उपचुनाव में तीसरे स्थान पर रही, बावजूद इसके कि इन दोनों सीटों पर पार्टी के मूल समर्थन आधार वोक्कालिगा की अच्छी आबादी है।
पार्टी 2018 के विधानसभा चुनाव में मिले मतों का 50 फीसदी भी हासिल नहीं कर पाई है। कुमारस्वामी ने कहा, "जी हां (प्रचार शुरू करने और प्रत्याशी का ऐलान करने में) देरी हुई। हम और संगठित हो सकते थे, मगर आर्थिक मुद्दे भी थे।"
उन्होंने कहा कि उपचुनाव में विकास और काम कराने के खातिर लोग आमतौर पर सत्तारूढ़ पार्टी का साथ देते हैं। कुमारस्वामी ने कहा, "विधानसभा चुनाव के लिए दो साल से ज्यादा का समय है। हम योजनाबद्घ तरीके से संगठित होंगे। नतीजों को लेकर दिल छोटा करने की जरूरत नहीं है।"
जदएस विधायक दल के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने भी मंगलवार को कहा था कि किसी राजनीतिक पार्टी के लिए उपचुनाव कोई मानक नहीं है और वह अपनी पार्टी को मजबूत करने पर ध्यान देंगे। जदएस को 2018 के विधानसभा चुनाव में सिरा सीट पर 74,338 वोट मिले थे, लेकिन वह इस बार तीसरे स्थान पर रही।
पार्टी ने यहां से दिवंगत विधायक सत्यनारायण (जिनके निधन की वजह से उपचुनाव हुआ है) की पत्नी अम्माजम्मा को टिकट दिया था। उन्हें सिर्फ 36,783 वोट मिले। वहीं आरआर नगर सीट पर पार्टी के वी कृष्णमूर्ति 10,269 मत ही हासिल कर पाए। 2018 में इस सीट से पार्टी के प्रत्याशी को 60,360 वोट मिले थे। भाजपा उम्मीदवारों ने तीन नवंबर को हुए उपचुनाव में इन दोनों सीटों पर जीत दर्ज की है।
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