नई दिल्ली: कर्नाटक का राजनीतिक संकट अभी भी बरकरार है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद बागी विधायक कर्नाटक विधानसभा के स्पीकर से मिल अपना इस्तीफा सौंप चुके हैं लेकिन स्पीकर ने साफ कर दिया है कि उन्हें अभी फैसला लेने में वक्त लगेगा। वो बिजली की रफ्तार से काम नहीं कर सकते। स्पीकर रमेश कुमार ने इसी को लेकर सुप्रीम कोर्ट में एक अर्जी दाखिल की थी जिस पर आज सुनवाई होनी है।
सुप्रीम कोर्ट ने कल शाम 6 बजे तक का वक्त तय किया था जिससे पहले सभी बागी विधायकों को अपना स्तीफा स्पीकर को सौंप देना था लेकिन जब मुंबई से लौटे बागी विधायक अपना इस्तीफा स्पीकर को सौंपने जा रहे थे तो तय वक्त से 3 मिनट की देरी हो गई इसलिए विधायक भाग कर स्पीकर के चैंबर तक पहुंचे।
विधायकों को लगा कि इस्तीफे पर फैसला हो जाएगा लेकिन स्पीकर ने फिर पेंच फंसा दिया। स्पीकर को कल रात तक फैसला लेना था लेकिन उन्होंने नहीं लिया। दावा किया कि इस्तीफों की जांच होनी बाकी है इसलिए वक्त लगेगा। कर्नाटक विधानसभा के स्पीकर के आर रमेश कुमार ने कहा, “मैंने उनकी बातों को सुना और उन्हें सलाह दी कि लिखित में अपना पक्ष रखें। वो मेरे दफ्तर में अपनी बात रखेंगे जिसके बाद मुझे पहले सबकुछ जांचना होगा और जो लोग नहीं आए उन्हें नोटिस भेजा है। मुझे सबकुछ देखना होगा।”
इस बीच तीन और विधायक आज स्पीकर से मिलकर अपने इस्तीफे की वजह बताएंगे। बता दें कि आज से कर्नाटक विधानसभा का सत्र शुरू हो रहा है। बीजेपी सदन में सरकार के अल्पमत में होने का मुद्दा उठाएगी। बीजेपी का दावा है कि कुमारस्वामी सरकार बहुमत खो चुकी है। इस बीच बागी विधायक मुंबई लौट गए हैं जबकि कांग्रेस ने आज से शुरू हो रहे विधानसभा सत्र के लिए व्हिप जारी कर दिया है।
इन सबके बीच कर्नाटक में एक मुलाकात ने खलबची मचा दी है। जेडीएस नेता और पर्यटन मंत्री सारा महेश ने बीजेपी के सीनियर नेता मुरलीधर राव और केएस ईश्वरप्पा से मुलाकात की। ये मुलाकात पर्यटन मंत्रालय के गेस्टहाउस में हुई। जेडीएस और बीजेपी नेताओं को गेस्ट हाउस से निकलते हुए देखा गया। इस खबर के बाद फिर खलबली मच गई और ये कयास लगने लगे कि बीजेपी और कुमारस्वामी के बीच बातचीत चल रही है।
वहीं अपने मंत्री के बीजेपी नेताओं से मुलाकात पर कुमारसवामी को सफाई देनी पड़ गई। कुमारस्वामी ने ट्वीट कर लिखा, “अस्थिर करने की कोशिशों के बावजूद कांग्रेस और जेडीएस का गठबंधन मज़बूत होता जा रहा है। हम विधानसभा के उपयोगी सत्र के लिए तैयार हैं। पर्यटन मंत्री सारा महेश की बीजेपी नेताओं के साथ मुलाकात को महत्व देना ज़रूरी नहीं है।“
बीजेपी के नेताओं ने भी जेडीएस से किसी भी तरह की संभवानओं को खारिज किया है। इस मुलाकत पर बीजेपी का कहना है कि ये केवल एक संयोग था। अब आज एक बार फिर से सबकी निगाहें सुप्रीम कोर्ट पर है जहां आज स्पीकर की अर्ज़ी पर सुनवाई होगी। आज ही ये तय हो जाएगा कि कर्नाटक का नाटक अभी कुछ दिन और खिंच सकता है या इसका पर्दा जल्द गिर जाएगा।
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