श्रीनगर: राज्यपाल को इस्तीफा सौंपने के बाद मीडिया के सामने आई जम्मू-कश्मीर की सीएम महबूबा मुफ्ती ने कहा कि हमने जम्मू-कश्मीर में अमन-शांति बहाली की दिशा में काफी कोशिश की। उन्होंने कहा कि हमारा गठबंधन लोगों के मिजाज के मुखालिफ था लेकिन एक बड़े विजन के तहत हमलोगों ने गठबंधन किया था। 2014 में केंद्र में मोदी सरकार को अपार बहुमत मिला था और इसलिए हमलोगों ने घाटी में अमन चैन बहाली की कोशिशों के तहत यह गठबंधन किया था। हमें कई महीने लगे एक एजेंडा तैयार करने में जिसका मकसद था कि विश्वास का माहौल पैदा हो।
महबूबा मुफ्ती ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में ताकत की आजमाइश वैली पॉलिसी नहीं चल सकती है। यह कोई दुश्मनों का इलाका नहीं है कि यहां जोर आजमाइश की नीति अपनाई जाए इसलिए एकतरफा सीजफायर किया था जिससे लोगों को काफी राहत मिली थी। हमने 11 हजार पत्थरबाजों पर चल रहे केस को वापस लिया। वहीं दूसरी तरफ की कोशिश थी कि सीजफायर खत्म कर दिया।
महबूबा मुफ्ती ने कहा कि जम्मू-कश्मीर को लेकर पाकिस्तान से भी बातचीत होनी चाहिए और यहां के लोगों से भी बातचीत होनी चाहिेए। हमने जम्मू-कश्मीर, लद्दाख और घाटी को साथ रखने की पूरी कोशिश की। आगे भी हमारी कोशिश जारी रहेगी कि घाटी में शांति बहाल हो।
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