अच्छा होता अगर भाजपा-शिवसेना एक साथ रहते, मनोहर जोशी का बयान
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना नेता मनोहर जोशी ने मंगलवार को कहा कि मेरी राय में भाजपा और शिवसेना एक साथ रहें तो बेहतर होगा। लेकिन वर्तमान में दोनों दल इसे नहीं चाहते हैं।
नई दिल्ली: महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना नेता मनोहर जोशी ने मंगलवार को कहा कि मेरी राय में भाजपा और शिवसेना एक साथ रहें तो बेहतर होगा। लेकिन वर्तमान में दोनों दल इसे नहीं चाहते हैं। आपको बता दें कि महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के बाद दोनों दल मुख्यमंत्री पद को लेकर हुए मदभेद के बाद अगल हो गए थे। शिवसेना ने बीजेपी से किनारा कर महाराष्ट्र में कांग्रेस और एनसीपी के साथ मिलकर गठबंधन की सरकार बनाई है। ऐसे समय में शिवसेना नेता का यह बयान यह बताता है कि शिवसेना में बीजेपी के साथ गठबंधन में रहने का समर्थन करने वाले कई लोग है।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मंगलवार को बीजेपी द्वारा लोकसभा में नागरिकता (संशोधन) विधेयक पास कराने के बाद कहा कि शिवसेना राज्यसभा में तब तक इस विधेयक का समर्थन नहीं करेगी, जब तक कि पार्टी द्वारा लोकसभा में उठाए गए सवालों का जवाब नहीं मिल जाता। लोकसभा ने सोमवार को इस विधेयक को पारित कर दिया है, जिसमें अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान से धार्मिक प्रताड़ना के कारण 31 दिसंबर 2014 तक भारत आए गैर मुस्लिम शरणार्थी- हिन्दू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई समुदायों के लोगों को भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन करने का पात्र बनाने का प्रावधान है। शिवसेना ने निचले सदन में विधेयक का समर्थन किया। ठाकरे ने कहा कि विधेयक पर विस्तृत चर्चा जरूरी है।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार को इस विधेयक को लागू करने से अधिक अर्थव्यवस्था, नौकरी संकट और बढ़ती महंगाई पर चिंतित होना चाहिए। उन्होंने कहा, “हमें इस धारणा को बदलना होगा कि इस विधेयक और भाजपा का समर्थन करने वाले देशभक्त हैं और जो इसका विरोध कर रहे हैं वो राष्ट्र-द्रोही हैं। विधेयक को लेकर उठाए गए सभी मु्द्दों पर सरकार को जवाब देना चाहिए।” भाजपा पर निशाना साधते हुए ठाकरे ने उम्मीद जताई कि भारत में शरण मांगने वालों और इस विधेयक के दायरे में आने वालों को अब अधिक प्याज मिलेगा।
ठाकरे ने कहा, “भाजपा को लगता है कि जो कोई (इससे) असहमत है, वह देशद्रोही है।” उन्होंने कहा कि शिवसेना ने जिन संशोधनों का सुझाव दिया है, उन्हें राज्यसभा में पेश किए जाने वाले विधेयक में शामिल करना चाहिए। उन्होंने कहा, “ये शरणार्थी कहां रुकेंगे किस राज्य में यह सबकुछ स्पष्ट होना चाहिए।” उन्होंने कहा, “हमने कुछ सवाल उठाए हैं लेकिन उन्होंने जवाब नहीं दिए हैं। यह एक भ्रांति है कि सिर्फ भाजपा को देश का खयाल है।”