मंत्रिमंडल विस्तार: मंत्री पद छोड़ने का फैसला मेरा नहीं है, बोले राजीव प्रताप रूडी
मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद राजीव प्रताप रुडी ने कहा कि इस्तीफ़ा देने का फ़ैसला उनका अपना नहीं है।
नई दिल्ली: मोदी-मंत्रिमंडल में फेरबदल की चर्चा अब ज़ोरों पर है और कहा जा रहा है कि शनिवार शाम तक इसे अंजाम दे दिया जाएगा। केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूडी, उमा भारती, संजीव बालियान और फग्गन सिंह कुलस्ते ने मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया है। मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद राजीव प्रताप रुडी ने कहा कि इस्तीफ़ा देने का फ़ैसला उनका अपना नहीं है।
एक प्रमुख न्यूज़ चैनल के साथ बातचीत में रुडी ने कहा कि यह पार्टी का फैसला है और वह इसका पालन करेंगे। इसी तरह जब संजीव बालियान से उनके इस्तीफ़े के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि कहा कि उन्हें नहीं मालूम कि उनसे इस्तीफा क्यों लिया गया लेकिन उन्होंने फ़ौरन एक लाइन का इस्तीफा भेज दिया था। उन्होंने यह भी कहा कि वह पार्टी के आदेश का पालन करके खुश हैं।
उमा भारती से जब इस बाबत सवाल किया गया तो उन्होंने हंसते हुए कहा कि ''उन्होंने सवाल ही नहीं सुना।''
राजीव प्रताप रुडी की पिछले हफ्ते अमित शाह से लंबी बात हुई थी। रुडी ने कहा कि अमित शाह ने पिछली शाम मिलकर उनसे बात की थी। उन्होंने कहा कि उन्होंने फैसला किया और उन्हें बता दिया। जब उनसे पूछा गया कि क्या पार्टी उन्हें कर्नाटक और गुजरात के विधानसभा चुनावों के लिए बड़ी जिम्मेदारी देने जा रही है तो उनका कहना था- देखते हैं, फिलहाल मैंने पद छोड दिया है।
ख़बरों के अनुसार हटाए गए मंत्रियों को पार्टी संगठन में जगह दी जा सकती है। 2019 में होने जा रहे लोकसभा चुनाव से पहले मोदी सरकार का ये आखिरी मंत्रिमंडल फेरबदल और विस्तार माना जा सकता है। इस कैबिनेट विस्तार में जेडीयू से दो चेहरों को शामिल किया जा सकता है, जिनमें नीतीश के करीबी आरसीपी सिंह और संतोष कुशवाहा का नाम आगे आ रहा है।