नई दिल्ली: इंडिया टीवी कॉन्क्लेव इंडिया टीवी संवाद में कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने कर्नाटक के गवर्नर पर हमला बोलते हुए कहा है कि उन्हें तुरंत अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए। उन्होंने संविधान को ताक पर रखकर फैसला लिया है इसलिए उन्हें अपने पद पर रहने का हक नहीं है। कर्नाटक में उन्होंने हॉर्स ट्रेडिंग का मौका दिया। हम धन्यवाद देना चाहते हैं सुप्रीम कोर्ट का जिसने इनसब पर रोक लगाई। सुप्रीम कोर्ट के फैसलों में यह साफ कहा गया है कि राज्यपाल को यह देखना होगा कि कौन सरकार बनाने में सक्षम हैं। इसमें राज्यपाल को जवाब देना चाहिेए कि 117 सदस्यों वाले को क्यों नहीं आमंत्रण दिया गया। इसलिए राज्यपाल को इस्तीफा देना चाहिए था।
सुधांशु त्रिवेदी ने कहा यदि किसी दल को बहुमत न मिले तो जनादेश किसके पक्ष में था। दो विरोधी दल एकसाथ आएं कोई बात नहीं। लेकिन बड़े दल को मौका देना चाहिए। विधायकों को बंधक बनानेवालों ने जनादेश को बंधक बना लिया। जब तत्कालीन राष्ट्रपति ने अटलबिहारी वाजपेयी को बुलाया था तो गलत किया था क्या। 1969 और 1991 में बिना बहुमत की सरकारों ने अपना कार्यकाल पूरा किया।
सुधांशु त्रिवेदी ने जब यह कहा कि राहुल गांधी का मान कांग्रेस के अंदर कितना है जितना पता लगा लीजिए इसपर पलटवार करते हुए मनीष तिवारी ने कहा कि बीजेपी की हालत खिसयानी बिल्ली खंभा नोचे वाली हो गई है। मनीष तिवारी ने कहा कि कर्नाटक में अब कांग्रेस और जेडीएस जनता को अपने एजेंडे के बारे में बताएगी। उन्होंने कहा कि बीजेपी का कोषाध्यक्ष ही उसका वित्तमंत्री है। जो हमको एटीएम कहते है वो अपना पेटीएम देखे।
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