Exit poll IndiaTV : महागठबंधन को बढ़त, NDA थोड़ा पीछे
नई दिल्ली: बिहार विधानसभा चुनाव में सर्वे के मुताबिक महागठबंधन के खाते में 112-132 सीटें जाती दिख रही है। इंडिया टीवी और सी-वोटर एग्जिट पोल के अनुसार आरजेडी, जेडीयू और कांग्रेस के महागठबंधन को 112-132
महागठबंधन- महागठबंधन में कांग्रेस का स्ट्राइक रेट सबसे खराब होता दिख रहा है।
Exit poll हुआ कैसे, नतीजे कैसे सामने आए-
सामान्यतया लोग यह मानकर चलते हैं कि सैंपलिंग के जरिए कुछ सीटों को पैमान मानकर आंकलन किया जाता है। सी-वोटर्स के जरिए हम सारी विधानसभा सीटों को परखने की कोशिश करते हैं। हमारे संवाददाता सारे मतदान केंद्रों पर जाकर वहां से निकलने वाले मतदाताओं से बातचीत के आधार पर मॉनीटर करते हुए लोगों का रुझान जानते हैं। उसके बाद वोट शेयर को परखने की कोशिश की जाती है। इन सारे आंकलने के बाद 3 से 5 फीसदी की त्रुटि के साथ हम यह बताने की स्थिति में पहुंच जाते हैं कि किसे कितने फीसदी वोट मिलने वाले हैं।
नतीजों से पहले कौन क्या बोला-
लालू बोले बिहार में महागठबंधन को मिल रह हैं 190 सीटें-
जिला का जिला साफ है, देख लीजिएगा। लोगों ने डट के वोट किया है। माफ कीजिएगा मैथिला पहले ब्राह्मणों की राजधानी थी वहां हमने झंडा फहराया है। हम लोग रहेंगे तभी तो ब्राह्मणों का पेट भरेगा। आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने कहा कि बिहार के लोगों ने एनडीए को वोट ही नहीं दिया है और हम इस चुनाव में 190 सीटें जीतने जा रहे हैं। लालू ने कहा कि महागठबंधन क्लीन स्वीप करने वाला है।
केसी त्यागी- मैं यह नहीं मानूंगा कि मोदी मैजिक खत्म हो गया। हां मैं ये मानूंगा कि मोदी मैजिक कम हुआ है। गांव की भाषा में लालू जी ने जो कहा उसे कोई बुरा माने तो वो बुरा मानने वाले नहीं थे। नीतीश जी ने बेहतर तरीके से प्रचार किया।
अमित शाह- अमित शाह ने कहा कि वो चुनाव नतीजों के बारे में 8 तारीख को ही बोलेंगे।
प्रभुनाथ सिंह- लालू जी ने किसी भी आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल नहीं किया है। अमित शाह जी और मोदी जी भोजपुरी भाषा का इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं। मोदी जी ने आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया है।
शाहनवाज हुसैन- रजत जी वोटर आपके सामने बैठा है तो एक सैंपल आप मेरा मान सकते हैं। यादव समाज के युवा भी नरेंद्र मोदी के साथ हैं। मैने मधेपुरा में एक गजब का जुनून देखा है। सुपौल में भी हम जीतने वाले हैं। हम तो तिहाई बहुमत से जीत रहे हैं।
केसी त्यागी- नीतीश कुमार के खिलाफ भाजपा ने नकारात्मक प्रचार किया। इसका फायदा उन्हें नहीं मिला। बिहार में इस पर चुनाव हुआ कि नीतीश है या नहीं...सामने प्रश्नचिन्ह था...कोई था ही नहीं। कांग्रेस-नीतीश जी और लालू जी के बीच दरार नहीं आई।