नई दिल्ली: भाजपा ने बुधवार को कहा कि नेहरू-गांधी परिवार से जुड़े न्यासों की जांच का केंद्र सरकार का आदेश हाल ही में सार्वजनिक की गई जानकारी का ‘‘स्वाभाविक’’ परिणाम है। भाजपा महासचिव पी मुरलीधर राव ने कांग्रेस के उन आरोपों को भी खारिज कर दिया कि सरकार का यह निर्णय राजनीति से प्रेरित है।। उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस के आरोप सही होते, तो सरकार ने छह साल तक इंतजार नहीं किया होता।
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नीत सरकार 2014 में केंद्र में सत्ता में आई थी। इसके बाद, 2019 में प्रचंड जनादेश हासिल कर भगवा पार्टी लगातार दूसरी बार सत्ता में आई। राव ने यहां संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘ये लेन-देन सार्वजनिक किए जा चुके हैं... हमारी सरकार पारदर्शिता के प्रति प्रतिबद्ध है। हाल ही लोगों के बीच लाई गई इतनी सारी जानकारी के बाद इन लेन-देन की जांच करना स्वाभाविक है। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए, गृह मंत्रालय ने अलग-अलग तरीके से इसकी जांच की घोषणा की है। यह पारदर्शी शासन के हित में है। कांग्रेस के नेताओं को इसमें सहयोग करना चाहिए।’’ सरकार ने राजीव गांधी फाउंडेशन (RGF) सहित नेहरू-गांधी परिवार से संबंधित तीन न्यासों द्वारा धनशोधन और विदेशी चंदा सहित विभिन्न कानूनों के कथित उल्लंघन मामले में जांच में समन्वय के लिए बुधवार को एक अंतर-मंत्रालयी टीम गठित की।
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