राहुल के मंदिर दौरों पर जेटली ने कहा, जब BJP मौजूद है तो 'क्लोन' की क्या जरूरत
केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने शनिवार को गुजरात में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के लगातार मंदिरों के दौरे पर तंज कसा है...
सूरत: केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने शनिवार को गुजरात में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के लगातार मंदिरों के दौरे पर तंज कसा है। बीजेपी के हिंदुत्व के प्रति झुकाव का संकेत करते हुए उन्होंने कहा कि जब ऑरिजनल मौजूद है तो लोग ‘क्लोन’ को भला क्यों तरजीह देंगे। जेटली ने एक कहा, ‘भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को हमेशा हिंदुत्ववादी पार्टी के रूप में देखा जाता है। इसलिए अगर ऑरिजिनल हिंदुत्व पार्टी मौजूद है तो फिर कोई क्लोन को क्यों पसंद करेगा?’
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने अपने विधानसभा चुनाव अभियान के दौरान गुजरात के कई मंदिरों का दौरा किया है। राज्य में 9 दिसंबर और 14 दिसंबर को विधानसभा चुनाव होना है। बीजेपी ने राहुल पर चुनावी फायदे के लिए मंदिरों का दौरा करने का आरोप लगाया। जेटली ने यह भी कहा कि कांग्रेस धीरे धीरे विलुप्त हो रही है, यह 2014 के लोकसभा चुनाव में हार के बाद कई चुनाव में शिकस्त पा चुकी है। उन्होंने कहा, ‘बीजेपी ने अपनी विश्वसनीयता बरकरार रखी है, जबकि कांग्रेस धीरे-धीरे विलुप्त हो रही है।’
EVM के साथ संभावित छेड़छाड़ के आरोपों के बारे में एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘परिणाम अभी तक सामने नहीं आए हैं और उन्होंने अपनी हार के लिए बहाने बनाने शुरू कर दिए हैं।’ बीजेपी के कद्दावर नेता ने कहा कि कांग्रेसनीत सरकार के दौरान देश में विदेशी निवेश काफी घट गया था। उन्होंने कहा, ‘आज, हम आसानी से व्यापार करने वाले देशों में दुनिया में 42 पायदान ऊपर चढ़े हैं। 1990 में सुधारों को मजबूरी के तहत लिया गया था, जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अंतर्गत सरकार प्रतिबद्धता से सुधारों पर काम कर रही है।’ उन्होंने कहा कि हमने जितनी सरकारें देखीं, उनमें UPA सरकार सबसे भ्रष्ट थी।
जेटली ने कहा, ‘UPA सरकार एक नेताविहीन सरकार थी। यह कहा जाता था कि तत्कालीन प्रधानमंत्री, प्रधानमंत्री कार्यालय में थे लेकिन सत्ता में नहीं थे।’ उन्होंने कहा कि गुजरात बीजेपी के लिए एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है क्योंकि पार्टी 2 दशक से अधिक समय से राज्य में जीत रही है और सेवा कर रही है। जेटली ने कहा, ‘80 के दशक के दौरान, सामाजिक ध्रुवीकरण की राजनीति यहां बहुत बड़ी थी। इस क्षेत्र को BJP सरकार के आने के बाद इससे छुटकारा मिला और हम लगातार विकास के रास्ते पर इसे लाने की कोशिश कर रहे हैं।’