कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि उनकी सरकार प्रवासियों को शरण देने के लिए तैयार है और ऐसा करना मानवीय कर्तव्य है। ममता ने मंगलवार को कहा कि उनकी सरकार अल्पसंख्यकों के लिए समान रुख अपनाती है और वह अंतर्राष्ट्रीय प्रवासियों को शरण देने के लिए तैयार है। ममता ने ट्वीट कर कहा, ‘आज अल्पसंख्यक अधिकार दिवस है। हम सब बराबर और एकजुट हैं। विविधता में एकता हमारी ताकत है।’
उन्होंने अल्पसंख्यकों के लिए अपने योगदान पर प्रकाश डालते हुए लिखा, ‘आपको यह जानकर प्रसन्नता होगी कि बंगाल में हमने 1.7 करोड़ से अधिक अल्पसंख्यक छात्रों को छात्रवृत्तियां दी हैं, जो देश में सबसे ज्यादा है। सभी को मेरी शुभकामनाएं।’ ममता ने प्रवासन के मुद्दे पर कहा, ‘आज अंतर्राष्ट्रीय प्रवासी दिवस है। प्रवासियों को शरण देने का हमारा मानवीय कर्तव्य है। बंगाल में हम अपनी क्षमता तक हर उस शख्स की देखभाल करेंगे जो हमारे राज्य में आश्रय चाहता है।’
आपको बता दें कि संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 4 दिसंबर, 2000 को एक प्रस्ताव पास कर सर्वसम्मति से 18 दिसंबर को अंतरराष्ट्रीय प्रवासी दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की थी। आज दुनियाभर के करीब 200 देश इस दिवस को मनाते हैं और मानवाधिकार कानूनों के आधार पर प्रवासी लोगों की स्वतंत्रता, धार्मिक अधिकार, भोजन, स्वास्थ्य, शिक्षा और अन्य मूलभूत मानवीय जरूरतों को पूरा करने के प्रति प्रतिबद्धता जताते हैं।
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