हिमाचल प्रदेश की 68 विधानसभा सीटों के लिए बंपर मतदान, 74 फीसदी वोटिंग, 18 दिसंबर को आएंगे नतीजे
पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए आज मतदान संपन्न हो गया है। राज्य की 68 विधानसभा सीटों के लिए बंपर मतदान हुआ। करीब 65 फीसदी वोटिंग हुई है।
शिमला: पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए आज मतदान संपन्न हो गया है। राज्य की 68 विधानसभा सीटों के लिए बंपर मतदान हुआ। शाम पांच बजे तक 74 प्रतिशत मतदान हुआ है और इसके नतीजे 18 दिसंबर को आएंगे। हिमाचल में पहली बार सभी पोलिंग बूथ पर वीवीपैट मशीन का इस्तेमाल किया गया। कई पोलिंग बूथ तो ऐसी जगहों पर हैं जहां तापमान माइनस दस डिग्री से भी कम था। लाहौल स्पीति में दुनिया के सबसे ऊंचे पोलिंग बूथ से लेकर शिमला, मंडी, कांगड़ा, हमीरपुर और धर्मशाला में बड़ी तादाद में लोगों ने वोट डाले।
राज्य के सभी 68 निर्वाचन क्षेत्रों में पारंपरिक प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस और भाजपा के बीच मुकाबला है। मैदान में 62 विधायकों सहित 337 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह, 10 मंत्री, आठ मुख्य संसदीय सचिव, विधानसभा के उपाध्यक्ष जगत सिंह नेगी, पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल और एक दर्जन से ज्यादा पूर्व मंत्री समेत अन्य चुनावी मुकाबले में हैं। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मतदान को लोकतंत्र का महापर्व बताते हुए लोगों से बड़ी संख्या में इसमें भाग लेने की अपील की थी। उन्होंने ट्वीट कर कहा था कि आज देवभूमि हिमाचल प्रदेश में मतदान का दिन है। मेरी विनती है कि सभी मतदाता लोकतंत्र के महापर्व में भाग लें और भारी संख्या में मतदान करें।
अपडेट्स-
- हिमाचल विधानसभा चुनाव 2017: मतदान संपन्न, करीब 65 फीसदी वोटिंग
- हिमाचल विधानसभा चुनाव 2017: 4 बजे तक हुई 64.08 प्रतिशत वोटिंग
- हिमाचल विधानसभा चुनाव 2017: दोपहर 2 बजे तक हुई 54.09 प्रतिशत वोटिंग
- हिमाचल विधानसभा चुनाव 2017: 12 बजे तक 28 प्रतिशत वोटिंग
- स्वतंत्र भारत के पहले मतदाता श्याम शरण नेगी ने पोलिंग बूथ पर किया मताधिकार का प्रयोग
- 101 साल की बुजुर्ग वोटर सरस्वती शर्मा ने मनाली के बरान पोलिंग बूथ पर किया मताधिकार का प्रयोग
- केंद्रीय मंत्री जे पी नड्डा ने बिलासपुर के एक पोलिंग बूथ में किया मतदान
- हिमाचल विधानसभा चुनाव 2017: पहले 2 घंटों में 14 प्रतिशत वोटिंग
- वीरभद्र सिंह और उनके बेटे विक्रमादित्य सिंह ने शिमला के पोलिंग बूथ पर किया मताधिकार का प्रयोग
- हमीरपुर में भाजपा के सीएम कैंडिडेट प्रेम कुमार धूमल और भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने डाला अपना वोट
- बिलासपुर जिले के तेलाग पोलिंग बूथ पर EVM में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए भाजपा कार्यकर्ताओं ने किया प्रदर्शन। पुलिस मौके पर पहुंची।
- हमें पूर्ण बहुमत मिलने की उम्मीद है। अगली सरकार कांग्रेस की ही होगी: वीरभद्र सिंह
- हमारा लक्ष्य 50 सीटों का था लेकिन अब जब हमें इतना समर्थन मिल रहा है तो हमें 60 से अधिक सीटों की उम्मीद है: प्रेम कुमार धूमल
- हिमाचल प्रदेश के 68 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान शुरु
मुख्यमंत्री के नेतृत्व में सत्तारूढ़ कांग्रेस और पूर्व मुख्यमंत्री धूमल की अगुवाई में भाजपा सभी 68 सीटों पर चुनाव लड़ रही है । बसपा 42 सीट पर, इसके बाद माकपा 14 सीट पर, स्वाभिमान पार्टी और लोक गठबंधन पार्टी छह-छह सीटों पर और भाकपा तीन सीटों पर मैदान में है। कल समाप्त हुए 12 दिवसीय सघन प्रचार अभियान में भाजपा और कांग्रेस के स्टार प्रचारकों ने 450 से ज्यादा रैलियां की। भाजपा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा प्रमुख अमित शाह ने क्रमश: सात और छह रैलियों को संबोधित किया। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने तीन रैलियों को संबोधित किया।
ये भी पढ़ें
- हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव 2017: विधानसभा सीटों की पूरी लिस्ट यहां देखें
- हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव 2017: पढ़िए 68 भाजपा उम्मीदवारों के नाम
क्या कहता है इतिहास?
- 1967 से 1977 तक हिमाचल में कांग्रेस सत्ता में रही
- 1985 के चुनाव में कांग्रेस ने रिकॉर्ड 58 सीटें जीतीं
- 1980 में बीजेपी हिमाचल की मुख्य विपक्षी पार्टी बनी
- 1990 में जनता दल के साथ पहली बार BJP की सरकार
- इसके बाद बारी-बारी से बीजेपी और कांग्रेस की सरकार बनी
भ्रष्टाचार को मुख्य मुद्दा बनाकर प्रचार अभियान में भाजपा ने मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह पर जमकर निशाना साधा जबकि कांग्रेस ने जीएसटी और नोटबंदी को लेकर कांग्रेस पर प्रहार किया। झंडुता में सबसे कम उम्मीदवार हैं जहां सीधा मुकाबला है। वहीं धर्मशाला में सबसे ज्यादा 12 उम्मीदवार मैदान में हैं।
वीरभद्र की दावेदारी
- 5 बार के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह छठी बार चुनाव मैदान में हैं
- वीरभद्र सिंह के 10 मंत्री और 8 कैबिनेट सचिव दोबारा मैदान में
- 4 मौजूदा निर्दलीय विधायक कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं
- कांग्रेस के बागी और पूर्व मंत्री सिंघी राम रामपुर से चुनाव मैदान में
- कांग्रेस में रह चुके विजय सिंह मनकोटिया निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं
भाजपा ने पूर्व मंत्री अनिल शर्मा सहित चार पूर्व कांग्रेसियों को तथा चौपाल से एक निर्दलीय को टिकट दिया है जबकि कांग्रेस ने पोंटा साहिब और कांगड़ा से दो निर्दलीय को उतारा है। मुख्यमंत्री सिंह और पूर्व मुख्यमंत्री धूमल दोनों अपनी सीट बदल चुके हैं और अरकी तथा सुजानपुर से लड़ रहे हैं। मंडी सदर सीट से पूर्व दूरसंचार मंत्री सुखराम के बेटे अनिल शर्मा (भाजपा) के खिलाफ कांग्रेस के मंत्री कौल सिंह ठाकुर की बेटी चंपा ठाकुर किस्मत आजमा रही हैं।
धूमल की दावेदारी
- 2 बार सीएम रह चुके प्रेम कुमार धूमल बीजेपी के उम्मीदवार
- 12 पूर्व मंत्री भी बीजेपी के टिकट पर चुनाव मैदान में हैं
- बीजेपी ने इस बार 4 मौजूदा विधायकों का टिकट काटा है
- बीजेपी के बागी बी एस चौहान चंबा से चुनाव मैदान में हैं
वर्तमान में राज्य की 68 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस और भाजपा के क्रमश: 35 और 28 विधायकों के साथ चार निर्दलीय हैं और एक सीट खाली है। चुनावों में 180 से ज्यादा निर्दलीय और कांग्रेस के एक दर्जन से ज्यादा बागी मुकाबले में हैं। कुल 50,25,941 योग्य मतदाता हैं। राज्य में 7,525 मतदान केंद्र बनाए गए हैं।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी पुष्पेंद्र राजपूत ने बताया कि सुरक्षा के लिए पुलिस और होमगार्ड के 17,850 कर्मियों के अलावा केंद्रीय अर्द्धसैन्य बल की 65 कंपनियां तैनात की गयी है। पारदर्शी और निर्बाध चुनाव के लिए पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं। समूचे राज्य में 29 जनरल, तीन पुलिस, 22 व्यय पर्यवेक्षक और 71 सहायक व्यय पर्यवेक्षक, 1561 माइक्रो पर्यवेक्षकों के साथ 193 सेक्टर मजिस्ट्रेट और 789 सेक्टर ऑफिसर तैनात किये गए हैं।
सीईओ ने कहा कि ईसीआई द्वारा राज्य में चुनावी गतिविधियों की लाइव मॉनिटरिंग के लिए राज्य में 2307 मतदान केंद्रों में वेब कास्टिंग का इस्तेमाल किया जाएगा और सुबह आठ बजे से शाम पांच बजे तक मतदान होगा। पहली बार विधानसभा चुनाव में वीवीपीएटी मशीनों का इस्तेमाल हो रहा है और 10 प्रतिशत ईवीएम और वीवीपीएटी को रिजर्व में रखा गया है।