चेन्नई: अन्नाद्रमुक (AIADMK) और भारतीय जनता पार्टी के संबंध बीते कुछ महीनों में काफी बेहतर हुए हैं। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि क्या ये दोनों पार्टियां 2019 के लोकसभा चुनावों में एक साथ उतरेंगी? इस सवाल के जवाब में अन्नाद्रमुक के 2 वरिष्ठ नेताओं ने कहा कहा कि गठबंधन का निर्णय पार्टी आलाकमान करेगा। दरअसल, पार्टी के मुखपत्र में रविवार को लिखे गए एक लेख में इशारा किया गया था कि दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन हो सकता है। इसी का जवाब देते हुए नेताओं ने कहा कि कोई स्तंभकार इस बात को तय नहीं कर सकता कि पार्टी को चुनाव के समय किस दल से समझौता करना है और किससे नहीं।
लेख में कहा गया था कि भाजपा और अन्नाद्रमुक का साथ ‘दोनाली बंदूक’ जैसा है। लेख में लिखा था, 'ऐसे संकेत स्पष्ट होते जा रहे हैं कि भारतीय राजनीति में AIADMK और BJP दोनाली बंदूक की दोनों नालों की तरह काम करें।' राज्य के मत्स्य पालन मंत्री डी जयकुमार और अन्नाद्रमुक के सांसद एवं लोकसभा के उपाध्यक्ष एम थंबीदुरई ने कहा कि चुनाव के समय गठबंधन करने का निर्णय पार्टी आला कमान का है। जयकुमार ने कहा,‘गठबंधन करने के बारे में निर्णय चुनाव के समय ही किया जाता है, और इस बारे में पार्टी निर्णय लेती है न कि कोई स्वतंत्र स्तंभकार।’
यह पूछने पर कि यदि भाजपा तमिलनाडु के हितों के प्रतिकूल जाती है तो क्या अन्नाद्रमुक उस का विरोध करेगी, जयकुमार ने हां में जवाब दिया। उन्होंने कहा कि अन्नाद्रमुक अभी भी उसी तरह से ‘अनुशासित’ है जिस तरीके से यह दिवंगत मुख्यमंत्री जे जयललिता के नेतृत्व के दौरान थी। अन्नाद्रमुक के मुखपत्र ‘नमधु पुरातची थलैवी अम्मा’ में प्रकाशित इस आलेख पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये थंबीदुरई ने कहा कि भाजपा और अन्नाद्रमुक के बीच संबंधों को कोई मलिन नहीं कर सकता।
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